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मंदसौर

बरखेड़ापंथ के युवक की मंदसौर पान स्टील फेक्ट्री में हुई मौत, मुआवजे की मांग को लेकर अड़े ग्रामीण

बरखेड़ापंथ के युवक की मंदसौर पान स्टील फेक्ट्री में हुई मौत, मुआवजे की मांग को लेकर अड़े ग्रामीण

मंदसौरApr 13, 2019 / 09:24 pm

Nilesh Trivedi

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बरखेड़ापंथ के युवक की मंदसौर पान स्टील फेक्ट्री में हुई मौत, मुआवजे की मांग को लेकर अड़े ग्रामीण


मंदसौर.
गांव बरखेड़ापंथ के युवक की मंदसौर की पान स्टील फेक्ट्री विनस एलॉस प्रायवेट लिमिटेड में हुई में तडक़े साढ़े तीन बजे मौत हो गई। शव गांव में पहुंचने के बाद ग्रामीणों में आक्रोश फैल गया व मुआवजे की मांग लेकर कांग्रेस नेताओं के साथ ग्रामीणों ने अर्थी नहीं उठने दी। ग्रामीणों की ओर से नेतृत्व कर रहे कांग्रेस नेता श्यामलाल जोकचन्द्र ने चेतावनी दी कि मुआवजा नहीं मिला तो फोरलेन पर चक्काजाम होगा।
स्थिति बिगड़ते देख पुलिस-प्रशासनिक अधिकारी जाप्ते के साथ गांव बरखेड़ापंथ पहुंचे। वहीं फेक्ट्री के कुछ कर्मचारी भी सुलह के लिए गांव पहुंचे। ग्रामीणों की मांग थी कि १० लाख रुपए कंपनी मुआवजा दे। जबकि कंपनी के जिम्मेदार 3 लाख रुपए से ज्यादा देने को तैयार नहीं थे। बाद में दोपहर 3.30 बजे कंपनी ने साढ़े पांच लाख रुपए मुआवजा देने की बात कही। तब जाकर चार बजे अर्थी उठी। और उसके बाद अंतिम संस्कार हुआ।

जानकारी के अनुसार गांव बरखेड़ापंथ निवासी जसवंत कारपेंटर का 17 वर्षीय पुत्र सुभाष मंदसौर में आईटीआई कर रहा था। साथ ही वह फोरलेन कृषि मंडी के पास इंडस्ट्रीयल एरिए में स्थित पान स्टील फैक्ट्री में रात्रि मजदूरी कर रहा था। शुक्रवार रात्रि युवक की मौत हो गई।
कंपनी की ओर से शनिवार सुबह छह बजे करीब परिजनों को सूचित किया कि रात्रि में सुभाष की मंदसौर फेक्ट्री में सलिए की लगने से मृत्यु हो चुकी है। इस सूचना पर परिजन मंदसौर जिला अस्पताल पहुंचे। जहां पीएम के बाद शव परिजनों को सुपुर्द कर दिया। पीएम के बाद कंपनी के दो-तीन कर्मचारी प्रात: 11 बजे शव को गांव में रखने के बाद चले गए। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल था। वे समझ ही नहीं पा रहे थे कि कैसे क्या हुआ, अब क्या करें।

मौत कैसे हुई, स्पष्ट जवाब नहीं मिलने से बढ़ा आक्रोश.
युवक की मौत किन परिस्थितियों में हुई यह बात सामने नहीं आ पाई। युवक का शव लेकर आए फैक्ट्री के एक कर्मचारी का कहना था कि रात्रि में सो रहा था। इस दौरान उपर सलिया गिर गया। इसके बाद सुभाष को मंदसौर जिला अस्पताल ले गए। हालत में सुधार नहीं होने पर इंदौर ले जा रहे थे। इसी दौरान रास्ते में मौत हो गई। जबकि लोगों ने बताया कि साथ में आए दूसरे कर्मचारी का कहना था
कार्य करते समय सलिया उछलकर सिर में लगने से मृत्यु हो गई। युवक की मृत्यु के बाद कंपनी के जिम्मेदार मालिक ने भी परिजनों से चर्चा नहीं की। मामला संदेहास्पद होने पर ग्रामीणों ने अंतिम संस्कार करने से मना कर दिया। परिजनों व ग्रामीणों की मांग थी कि जब तक युवक की मौत का कारण स्पष्ट नहीं हो जाता व 10 लाख रुपए
मुआवजा नहीं मिलता तब तक अंतिम संस्कार नहीं होगा।
१० लाख रुपए मुआवजा देने पर अड़े, कंपनी देगी साढ़े पांच लाख रूपए
युवक की में मौत के बाद बड़ी संख्या में ग्रामीण एकत्रित हो गए। ग्रामीणों की सूचना पर कांग्रेस नेता श्यामलाल जोकचन्द्र भी गांव बरखेड़ापंथ पहुंचे। साथ ही प्रदेश कांग्रेस महासचिव कमलेश पटेल, ब्लाक कांग्रेस अध्यक्ष अनिल शर्मा, दिनेश कारपेंटर, महेश कारपेंटर, लोकेश चड़ावत, मुकेश निडर, विष्णु फरक्या सहित बड़ी संख्या में ग्रामीणजन एकत्रित हो गए व कंपनी की ओर से मृतक के परिजनों को
10 लाख रुपए मुआवजा देने तक अंतिम संस्कार नहीं करने की बात कही। फैक्ट्री की ओर से आए दो कर्मचारियों को भी यह सूचना कंपनी मालिक तक भिजवाने की बात कही। विवाद बढ़ता देख नायब तहसीलदार सुनील डाबर, मल्हारगढ़ टीआई आनंदसिंह आजाद, सब इंसपेक्टर शिवांशु मालवीय, अभिषेक बौरासी सहित पुलिस बल बरखेड़ापंथ पहुंचा। मल्हारगढ़ सुबह सुबह 11.30 बजे से दोपहर 3 बजे तक कंपनी की ओर से प्रतिनिधि बनकर आए फेक्ट्री कर्मचारी इन्द्रजीतसिंह व अन्य कर्मचारी के साथ ग्रामीणों के बीच चर्चा चलती रही। कांग्रेस नेता जोकचन्द्र का कहना था जब तक १० लाख रुपए मुआवजा नहीं दिया जाता तब तक अर्थीनहीं उठेगी।
कंपनी द्वारा ़१० लाख की बजाए 3 लाख रुपए मुआवजा देने की बात कहने आक्रोश और बढ़ गया। ग्रामीण शव लेकर चक्काजाम करने की तैयारी में ही थे। इसी दौरान मंदसौर गौशाला अध्यक्ष अनिल संचेती ने ग्रामीणों की ओर से नेतृत्व कर रहे कांग्रेस नेता श्यमालाल जोकचन्द्र को मोबाइल पर कॉल किया। उनका कहना था कंपनी की ओर से पांच लाख का चेक व 50 हजार रुपए नकदी देंगे। जोकचन्द्र ने ग्रामीणों व परिजनों से कंपनी की ओर से आए इस संदेश पर चर्चा की। इस पर सभी के तैयार होने के बाद शाम चार बजे अर्थी उठी व श्मशान पहुंच शव का अंतिम संस्कार किया। शाम साढ़े छह बजे कंपनी के नंदकिशोर गौड़ व संचेती गांव बरखेड़ापंथ पहुंचे व परिजनों को पांच लाख का चेक व 51 हजार रुपए नकदी सौंपी। संचेती का कहना था कंपनी में चार पार्टनर है। मैंने तो मध्यस्थता की है।
जानकारी के अनुसार सुभाष के पिता मजदूरी करते है। घर में छोटा भाई विक्रम भी है। सुभाष वर्तमान में मंदसौर में आईटीआई कर रहा था। लेकिन पार्ट टाइम में वह रात्रि में पान स्टील में मजदूरी भी करता था। सुभाष की मौत से परिजन गमगीन है।
मैनेजर बोले थाने में हंू, मुझे पता नही.
युवक की मौत किन परिस्थितियों में हुई। क्या कारण रहा। इस प्रश्न पूछने पर पान स्टील कंपनी के मैनेजर रवि शर्मा का कहना था। मैं भी अभी थाने में बैठा हंू। मुझे भी पता नहीं है। बाद में बात करते है।
सीएसपी का कहना.
सीएसपी नरेंद्र सौलंकी ने कहा कि फैक्ट्री में मजदूर की मौत हुई है। शव का पोस्टमार्टम करवाकर परिजनों के सुर्पद कर दिया है। मर्ग कायम कर लिया है। जांच कर आगे की कार्रवाई की जाएगी।

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