5 करोड़ में बन रहा मंदिर
जानकारी के अनुसार सहस्त्रशिविलिंग मंदिर ५ करोड़ की लागत से बन रहा है। इसमें भगवान शिव के एक हजार एक नाम के साथ शिवलिंग होंगे। जो अष्टमुखी भगवान पशुपतिनाथ मंदिर के समीप एक और दर्शनीय स्थल बनेगा। इसका शुभारंभ करने के लिए तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान मंदसौर आए थे और उन्होंने ३० मई- २०१८ में इसका भूमिपूजन किया था। लेकिन तब से लेकर अब तक धीमी चाल तो कभी काम बंद होने से लेकर कभी डीपीआर से लेकर अलग-अलग मुद्दो के कारण यह सुर्खियों में बना हुआ है। अब धीमी गति से हो रहे निर्माण के कारण समय-सीमा में काम पूरा होने को लेकर सवाल खड़े होने लगे है।
मजदूर बढ़ाकर काम में गति लाने के दिए निर्देश
तहसीलदार नांदेड़ा ने बताया कि मंदिर निर्माण की जानकारी लेने के लिए गया था। यहां निर्माण से जुड़े मामले की जानकारी ली। साथ काम में सुधार के साथ ही अन्य निर्देश दिए। यहां पर मानसून को देखते हुए मजदूर बढ़ाते हुए काम में गति लाते हुए समय-सीमा तक काम पूरा करने के निर्देश दिए। प्रबंध समिति के राहुल रुनवाल ने बताया कि निरीक्षण के दौरान निर्माण से जुड़ी सामान्य जानकारी ली और निर्माण को लेकर निर्देश दिए है।
इधर प्रंबध समिति के रुनवाल को लेकर कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन
पार्षद प्रतिनिधि शैलेंद्र गिरी गोस्वामी ने मंगलवार को कलेक्टर धनराजू एस को ज्ञापन सौंपा।इसमें उन्होंने शासकीय भूमि जो पशुपतिनाथ अतिथि उपहार ग्रह धर्मशाला के लिए पूरे से आवंटित हुई थी। उस पर मंदिर प्रबंधक समिति के राहुल रूनवाल द्वारा मिलीभगत कर अतिक्रमण करवाने का आरोप लगाया है। गोस्वामी ने कलेक्टर को बताया कि सर्वे नंबर 3121 की भूमि पर धर्मशाला की बाउंड्री बनाते समय समीप के किसानों द्वारा तत्कालीन कलेक्टर स्वतंत्रकुमार सिंह के सामने आपित्त ली थी।