मुख्य मार्ग पर 97 गड्ढें तो अंातरिक में पर अनगिनत
कृषि उपज मंडी से लेकर पुलिस लाईन पेट्रोल पंप चौराहा तक मुख्य मार्ग पर दोनों और अनेक जगह गड्ढें है। कही विकराल तो कही छोटे तो कुछ जगहों पर सडक़ के ऊपरी सतह से डामर की परत ही उखड़ चुकी है। पत्रिका ने ६ किमी तक इस सडक़ पर देखा तो 97 जगहों पर गड्ढें हो चुके है। जो बड़े होने के साथ हादसो का कारण बन सकते है। इसके अलावा करीब 123 जगहों पर छोटे गड्ढें है। तो करीब 13 जगह ऐसी है जहां सडक़ की ऊपरी परत से डामर उखड़ रहा है। इसके साथ ही नेहरु बस स्टैंड से आंबेडकर चौराह तक की सडक़ पर 17 जगहों पर बड़े गड्ढें है। तो आंतरिक मार्ग पर तो पूरे शहर में अनगिनत गड्ढें हो चुके है। रविवार को शहर की सडक़ो की हालात देखी तो हर सडक़ की एक ही दास्ता नजर आई। गड्ढों से भरी और जर्जर सडक़ हर जगह आम लोगों के लिए मुसीबत का कारण बनी हुई है।
30 लाख के टैंडर हो गए है
बारिश के कारण शहर की सडक़ो में गड्ढें हो गए है। पूरे शहर की सडक़ो के पेचवर्क के लिए टैंडर निकाले जा चुके है। 30 लाख के टैंडर हुए है। बारिश के बाद पूरे शहर में सभी सडक़ो पर पेचवर्क का काम किया जाएगा। -प्रहलाद बंधवार, अध्यक्ष, नपा
सडक़ो के क्षेत्र में हुआ है काम
शहर के साथ ही जिले व प्रदेशभर में सडक़ो के क्षेत्र में बेहतर काम हुआ है। कांग्रेस के राज की तुलना में अभी हर और राहें आसान हो गई है। एक्सप्रेस वे जो क्षेत्र से गुजरेगा वह तरक्की वाला साबित होगा। सडक़ों पर जो गड्ढें है वह तो बारिश के कारण हो गए है। नपा इनकी बारिश बाद मरम्मत करवाएगी। -देवीलाल धाकड़, जिलाध्यक्ष भाजपा
सामान्य बारिश से हो गए ऐसे हालात
सामान्य बारिश भी शहर की सडक़े नहीं सहन कर पाई। करोड़ो रुपयों की सडक़ बनी, लेकिन वह जर्जर हो गई। जो घटिया निर्माण बता रहा है। ऐसी सडक़े बनाने वाले दोषियो पर कार्रवाई होना चाहिए और जनता के इस दर्द पर जनप्रतिनिधियों को मौन तोडऩा चाहिए। शहर की सडक़ मुख्यमंत्री के दावों की हकीकत बता रहे है। -प्रकाश रातडिय़ा, जिलाध्यक्ष कांग्रेस