महामंगलकारी महामांगलिक में आदर्शमय हुआ पांडाल
मंदसौर•Jun 04, 2019 / 06:53 pm•
Jagdish Vasuniya
महामंगलकारी महामांगलिक में आदर्शमय हुआ पांडाल
मंदसौर । आध्यात्मयोगी आदर्शरत्नसागर की गणिपद प्रदान महोत्सव के तीसरे दिन मंगलवार को पूरा पांडाल आदर्शमय हो गया। यहां हजारों की संख्या में श्रद्धालु महामंगलकारी महामांगलिक सुनने के लिए पहुंचे।देश के अनेक स्थानो से गुरूदेव के भक्त यहां पहुंचे। बड़ी संख्या में सागर समुदाय के संतों के साथ हजारों की संख्या में मौजूद भक्तों की उपस्थित ने यहां समा बांधा।पांडाल मे प्रवेश करते हुए गुरूदेव के जयकारे गुंजने लगे। भक्तो ने आदर्शरत्न सागरजी को कंधे पर बिठाकर मंच तक पहुंचाया।
गुरुभक्ति के भजनों पर खूब झुमें भक्त
महामंगलिक के लिए विश्वरत्नसागर, मृदुरत्नसागर, आदर्शरत्सागर मसा का अनेक साधु मंडल के साथ मंच पर आगमन हुआ। इसके बाद प्रतापगढ के संगीतकार दीपक करणपुरिया द्वारा गुरू भक्ति पर संगीत की प्रस्तुती दी। संगीतकार करणपुरिया की प्रस्तुती पर श्रोता झुमते हुए नजर आए। महामांगलिक के बाद गुरूवरों ने सभी उपस्थित जनों को वासक्षेप डालकर आशीर्वाद दिया। इस अवसर पर पूर्व मंत्री नरेंद्र नाहटा, कोमल बाफना, मदनलाल राठौड, मुकेश काला, महेंद्र चैरडिया, राजेंद्र सुराणा, संजय मुरडिया, विनोद गर्ग, रोहित परमार, प्रतीक डोसी, संदीप धींग, राजेश जैन, नितीन जैन, अशोक भटेवरा, हिम्मत जैन, प्रकाश पालीवाल, दिलीप राका, अतुल जैन सहित अनेक श्रद्धालुगण उपस्थित थे।
आज निकलेगा विशाल चल समारोह
गणिपद प्रदान महोत्सव के चौथे दिन बुधवार को संयम उपकरण युक्त छाप से सुशोभित भव्यातिभव्य रथयात्रा सुबह ८.३० बजे से अग्र्रवाल धर्मशाला बस स्टेंड से निकलेगा। जो विभिन्न मार्गो से होता हुआ आयोजन स्थल पर पहुंचेगा। शाम 6 बजे कुमारपाल महाराजा प्रभु की 41 हजार दीपको से महाआरती व संगीतमय दीपोत्सव मनाया जाएगा तो रात्रि 8 बजे संगीत सरगम का आयोजन होगा।
देररात तक कवियों की प्रस्तुतियों ने बांधा समा
महोत्सव के दूसरे दिन बीती रात को कवि सम्मेलन का आयोजन हुआ। इसमें देररात तक कवियों की प्रस्तुतियों ने यहां समा बांधा। सम्मेलन में कवि सुरेंद्र शर्मा, अनामिका अंबर, मुन्ना बैटरी, नम्रता जैन, हेमंत पांडे, सुनील व्यास द्वारा प्रस्तुती दी गई। संचालन शशिकांत यादव द्वारा किया गया। कार्यक्रक्रम की शुरूआत मॉं सरस्वती की वंदना के साथ हुई। पांडाल में भगवान महावीर के जयकारे गुंजते रहे। कवयित्री अनामिका अंबर सहित अन्य कवियों ने अपने अंदाज में अलग-अलग रसों की काव्य रचनाओं की प्रस्तुतियां दी।इस अवसर पर बड़ी संख्या में शहरवासी मौजूद थे।
पांडाल मे गुरूदेव का रथ निकला
पांडाल मे गुरूदेव नवरत्नसागर का रथ पहुंचा। भक्तजनो ने दर्शन कर धर्मलाभ लिया। गुरूदेव के रथ को निहारने के लिए बडी संख्या मे रथ के आसपास भीड एकत्रित हो गई।
साथ ही आगरा से आए कलाकार रजत ने गुरूदेव आदर्शरत्न सागर के सांसारिक जीवन से लेकर,दीक्षा लेने व गणिपदवी तक पहुंचने का चित्रण अपनी कला के माध्यम से किया। रजत ने मिट्टी से गुरूदेव का जीवन चित्रण प्रस्तुत किया।
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