कांग्रेस की बैठक में पर्यवेक्षक ने चुनाव के पूर्व माहौल बनाने के बताए तरीके
मंदसौर•Jul 21, 2018 / 09:02 pm•
harinath dwivedi
किसान आंदोलन से लेकर जनजागरण यात्रा का उठा मुद्दा
मंदसौर । जून-2017 में हुए किसान आंदोलन को लेकर १ अगस्त को कांग्रेस फिर धरना प्रदर्शन करते हुए आंदोलन करेगी। जून-२०१८ में फिर से १० दिनों तक किसानों ने गांव बंद का आह्वान किया था, लेकिन यह सफल नहीं हुआ था। पुलिस व प्रशासन की सख्ती के बाद किसानों ने भी इसमें रुचि नहीं ली थी। ६ जून को पिपलियामंडी में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की सभा के अलावा कोई अन्य कांग्रेस ने बड़ा कार्यक्रम नहीं किया, लेकिन चुनावी वर्ष में कांग्रेस इस मुद्दे को ठंडा भी नहीं होने देना चाहती है। ऐसे में १ अगस्त को शहर में कांग्रेस धरना देते हुए प्रदर्शन करेंगी,इसमें प्रादेशिक नेता भाग लेंगे। इसको लेकर रणनीति शनिवार को हुई बैठक में बनाई गई। प्रदेश कांग्रेस सचिव व मंदसौर जिले के पर्यवेक्षक कुलदीपसिंह बुंदेला ने बैठक ली। इस दौरान कई मुद्दों को लेकर चर्चा हुई और रणनीति बनाई गई।
चारों विधानसभाओं को लेकर हुईबात
जिले की चारों विधानसभाओं को लेकर पर्यवेक्षक की मौजूदगी में हुई बैठक को लेकर चर्चा हुई।बैठक में जिलाध्यक्ष प्रकाश रातडिय़ा के साथ पूर्व विधायक नवकृष्ण पाटिल, महामंत्री मुकेश काला, राजेंद्रसिंह गौतम, ब्लॉक अध्यक्ष से लेकर कांग्रेस के अलग-अलग प्रकोष्ठों के पदाधिकारी मौजूद थे। पर्यवेक्षक ने चुनाव जीतने के लिए भाजपा की कमियों को भुनाते हुए चुनाव से पहले पार्टी के पक्ष में माहौल बनाने की नसीहत दी। इस दौरान उन्होंने बूथ स्तर व मंडलम की टीम को घर-घर दस्तक देने की बात कही। इसके अलावा संगठन को मजबूत करते हुए तमाम गतिविधियों व जनहित के मुद्दों पर आंदोलन को संचालित करते हुए लगातार सक्रियता रहते हुए पार्टीके पक्ष में माहौल बनाने की बात कही। पर्यवेक्षक ने बैठक से पहले ही दो टुक कहा था कि मेरा विषय नहीं है टिकिट का। ऐसे में कोई टिकिट व दावेदारी संबंधित बात नहीं करें। आगामी समय में सीएम की जनआशीर्वाद यात्रा के बाद आने वाली प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष जीतू पटवारी की जनजागरण यात्रा को व्यापक बनाने व सफल बनाने के लिए लोगों तक संदेश देते हुए इस यात्रा को सफल बनाने को लेकर बात भी हुई।
इन मुद्दों को लेकर आंदोलन करेगी कांग्रेस
1 अगस्त को आंदोलन होगा।इसमें जून-२०१७ किसान आंदोलन में हिंसा के दौरान मारे गए 6 किसान को लेकर प्रदर्शन किया गया। जिलाध्यक्ष रातडिय़ा ने बताया कि जो किसान मारे गए थे, उनके परिजनों को सीएम ने न्याया दिलाने का भरोसा दिया था, लेकिन न्याय नहीं मिला। गोली चलाने वालों पर एफआईआर नहीं हुई। दोषियों को चिन्हित कर उन पर प्रकरण दर्ज कराने।जो आयोग की जांच रिपोर्ट आई है, उसे सार्वजनिक करने के साथ ही जो बाते आयोग की आई है, उसमें ऐसा लगा मानों गोली चालान को उन्होंने वैध बताया हो। इसके अलावा किसानों को मुद्दें है।इसमें भावातंर-समर्थन मूल्य की बकाया राशि का भुगतान अब तक नहीं होगा भी शामिल है। इस सब मुद्दों को लेकर प्रदर्शन किया जाएगा।
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