बाड़मेर में हुआ था जन्म, १९३१ में ली थी दीक्षा
प्रवर्तक रमेश मुनि महाराज का जन्म राजस्थान के बाड़मेर में हुआ था। 16 दिसंबर 1931 दीक्षा अध्यात्म जगत में प्रवेश किया। सांसारिक नाम रत्नचंद कोठारी था। जन्म स्थान ग्राम मजल जिला बाड़मेर राजस्थान में था। गुरुजी से शिक्षा ग्रहण की प्रतापमल महाराज साहब दीक्षा स्थल झरिया बिहार पिता का नाम बस्ती मल माता का नाम आशा बाई था। उन्होंने अनेक ग्रंथ काव्य उपन्यास के लिखें। इसलिए इन्हें प्रवर्तक पद नाशिक महाराष्ट्र मरुधर भूषण जोधपुर साहित्यकार मनिका चित्तौडग़ढ़ में दिया गया।
दलोदा को दी स्वास्थ्य केंद्र
दलोदा में महावीर स्वास्थ्य केंद्र संचालित है। भगवान महावीर के नाम से नगर में स्वास्थ्य केंद्र की स्थापना की प्रेरणा संत ने दी थी। इसके बाद समाज के दामदाता आगे आए और यह बनाया। इस १०० बैड के अस्पताल में वर्तमान में हर दिन अनेक लोगों को स्वास्थ्य सुविधा मिल रही है। ट्रस्ट के द्वारा इसका संचालित होता है। आसपास के ८० गांवों के लोगों को यहां स्वास्थ्य सुविधाएं मिलती है। शुरु ही से ही विचारक रहे है। संत के देवलोकगमन की खबर जैसे ही आई तो शोक की खबर फैल गई। उनके अंतिम दर्शन के लिए बड़ी संख्या में समाजजनों के साथ उनके भक्त पहुंचे और अंतिम दर्शन किए।