पटवारियों ने भी यह सभी दस्तावेज लेकर अपने निजी कर्मचारियों को पोर्टल पर अपलोड करने के लिए दिए तो उन्होंने किसी किसान के तो आधार नंबर किसी का नाम और किसी के बैंक का नाम और किसी के बैंक के आईएफएससी कोड और खाता क्रमांक गलत चढ़ा दिया। इसके चलते किसानों के खातों में पीएम सम्मान निधि नहीं पहुंची। जब किसानों ने इसकी जानकारी जुटाई तो पता चला कि उनके खाते नंबर गलत है या उनके आईएफएससी कोड गलत चढ़ा दिए हैं या उनका कोई आधार नंबर गलत चला दिया है या उनके नाम में कहीं दिक्कत आ रही है।
इसकी वजह से उनके खाते में पीएम सम्मान निधि की राशि नहीं डाली गई।
किसान गुराडिया शाह के मांगूभाई, श्यामलाल, राजेश, निंबोद के किसान गोविंदराम व्यास, शिवनारायण कुमावत, किशोर कुमावत ने बताया कि किसानों के खातों में गलतियों के कारण राशि नहीं आई है। एक तो खरीफ की फसल पूरी तरह खत्म हो गई है और दूसरी तरफ इन किसानों के राहत राशि भी समय पर नहीं डल पा रही हैं और पीएम सम्मान निधि की राशि इन राजस्व विभाग की गलती के कारण किसानों तक अभी उनका पैसा नहीं पहुंचा है जब किसानों ने ऑनलाइन अपना रिकॉर्ड देखा तो पता चला कि आपकी आईएफसी कोड गलत है।
यह आपका खाता नंबर गलत है। किसी के तो जिला सहकारी बैंकों के खाते नंबर की तो सही है उनका आईएफएससी कोड कोआपरेटिव बैंक का डाल दिया गया है। इतनी बड़ी गलती विभाग की हुई इसको किसानों ने ऑनलाइन सुधरवाने की साइड खुल भी नहीं रही हैं। जिससे किसान सुधार भी नहीं करवा पा रहे है। राजस्व विभाग और पटवारियों की गलती के कारण राशि किसानों को नहीं मिल पा रही है और किसान चक्कर काट रहे है।
आईएफसी कोड गलत डल गए है
हां यह बात सही है कि किसी के खाते के आईएफसी कोड गलत डल गए हैं और किसी के जीरो की जगह अंग्रेजी का व लिखा गया है या किसी की पूरे के पूरे आईएफएससी कोड गलत पड़ गए हैं। यह गलती कहां पर हुई है मैं इसको दिखाता हूं और उच्च अधिकारियों के मार्गदर्शन लेकर राय ली जाएगी और कहां से यह सुधर रहा है इसको सुधार किया जाएगा।-आशीष राठौर, तहसीलदार दलोदा
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