मंदसौर। जिले के एक डिप्टी कलेक्टर सहीत तीन तहसीलदार व अन्य 16 अधिकारियों को सोमवार को कलेक्टर ने कारण बताओं नोटिस थमा दिया। इन अधिकारियों ने जो लापरवाही की, उसके चलते कलेक्टर ने यह कार्रवाई की है।
सीएम हेल्पलाईन में निराकरण न करने पर कलेक्टर स्वतंत्रकुमार सिंह ने एक डिप्टी कलेक्टर (एसडीएम), तीन तहसीलदारो सहित 16 अधिकारियों को नोटिस जारी किए हैं। कलेक्टर ने इनसे स्पष्टीकरण मांगा है, संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर इन अधिकारियों पर आगामी कार्रवाई की जाएगी।
इन अधिकारियों को मिला नोटिस
एसडीएम राजनबी नाडिया, तहसीलदार मंदसौर पारस कुन्हारा, तहसीलदार गरोठ-शामगढ़ राधा महंत, तहसीलदार भानपुरा जगदीशचंद्र बोस, जनपद पंचायत सीईओ मंदसौर-सीतामऊपीसी पाटीदार, गरोठ सीईओ रविकांत उइके, मल्हारगढ़ सीईओ डीएल परमार, जिला शिक्षा अधिकारी बीएस पटेल, बिजली कंपनी के अधीक्षण यंत्री डीके पाटीदार, अग्रणी बैंक के प्रबंधक सुधीर कुमार, जिला अक्षय ऊर्जाअधिकारी एसएल बजाज, विकासखंड शिक्षा अधिकारी मंदसौर रमेशचंद्र बागड़ी, जिला पंचायत की पंचायती राज शाखा प्रभारी मनोज मकवाना, स्वच्छ भारत मिशन प्रभारी प्रकाश गिरासे, मनरेगा प्रभारी राजेश पाटीदार एवं मुख्यमंत्री आवास व मध्यान्ह भोजन प्रभारी विनोद विजयवर्गीय शामिल है। उल्लेखनीय हैकि नाडिया मंदसौर एसडीएम के पद पर है, वर्तमान में वे अवकाश पर होने के कारण एसडीएम का कार्यभार मल्हारगढ़ एसडीएम देख रहे है।
यह कहा पत्रिका से कलेक्टर ने
मुख्यमंत्री हेल्प लाईन से संबंधित प्रकरणों को समय सीमा में प्राथमिकता से निराकरण नहीं करने वाले 16 जिलाधिकारियों को शो-काज नोटीस जारी किए गए है। संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर इन अधिकारियों पर आगामी कार्रवाई की जाएगी। प्रति सप्ताहवार सीएम हेल्पलाइन पर लंबित शिकायतों की समीक्षा की जाएगी। ऐसे अधिकारी जिनके द्वारा उनके स्वयं के लेवल से वरिष्ठ स्तर पर कार्रवाईनहीं की गई है, उनके विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।
– स्वतंत्रकुमार सिंह, कलेक्टर