दो दिन जिले में बाढ़ प्रभावितों के बीच पहुंचे और सरकार पर आरोपों लगाकर प्रशासन पर सवाल उठाए। शिवराज के इन आरोपों के बाद कांग्रेस ने मोर्चा संभाल लिया। और प्रभारी मंत्री हुकुमसिंह कराड़ा को भेजा। वह भी दो दिन जिले में घुमे। विधायक यशपालसिंह सिसौदिया ने भी बताया कि पूर्व मुख्यमंत्री २१ सितंबर को सुबह १० बजे मंदसौर आ रहे है। और मंदसौर-नीमच जिले के किसानों व बाढ़ प्रभावितों को लेकर कलेक्ट्रोरेट के बाहर धरना देंगे और बिजली के बिलों से लेकर टूटे मकान व किसानों को राहत देने की बात कहेंगे। भाजपा ने शिवराज के इस प्रदर्शन में दोनों जिलों से प्रभावितों को बुलाया है।
कांग्रेस में नाथ, सिधिंया और राजा के दौरे की तैयारियां
वहीं कांग्रेस में भी नेताओं के दौरे की तैयारियां चल रही है। मुख्यमंत्री कमलनाथ, पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजयसिंह व पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिधिंया के दौरे की तैयारियंा भी चल रही है। सीएम का दौरा सीतामऊ में करवाए जाने की तैयारी है तो सिधिंया २५ को आएंगे वहीं दिग्विजयसिंह २१ को संसदीय क्षेत्र के दौरे पर रहेंगे।
एक और तो नेताओं का आने का दौर जारी है। इसके चलते गांधीसागर को लेकर राजनीतिक गरमाहट भी चरम पर है। आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी जोरों पर चल रहा है। वहीं अब विशेषज्ञों की टीम भी जिले में आने लगी है। गांधीसागर में जलसंसाधन विभाग के मुख्य अभियंता के साथ दिल्ली के विशेषज्ञ पहुंचे तो कृषि विभाग सहित अन्य विभागों के अधिकारियों का भी मंदसौर जिले में दौरा बताया जा रहा है। इतना ही नहीं १९ सितंबर के बाद दिल्ली से केंद्रीय दल भी बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में पहुंचेगा। १९ को दोपहर ३.३० बजे बाढ़ आपदा प्रबंधक के संयुक्त सचिव संदीप पोण्डरिक मंदसौर आ रहे है और रात विश्राम के बाद २० को जाएंगे। वह दो दिन १९ व २० को जिले में प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करेंगे।