scriptजिस जमीन के प्रबंधक कलेक्टर उसी जमीन पर बिना अनुमति के ‘मेले का खेल | The game of fair 'without permission on the ground on which the colle | Patrika News

जिस जमीन के प्रबंधक कलेक्टर उसी जमीन पर बिना अनुमति के ‘मेले का खेल

locationमंदसौरPublished: Nov 11, 2019 11:18:21 am

Submitted by:

Nilesh Trivedi

जिस जमीन के प्रबंधक कलेक्टर उसी जमीन पर बिना अनुमति के ‘मेले का खेल

जिस जमीन के प्रबंधक कलेक्टर उसी जमीन पर बिना अनुमति के 'मेले का खेल

जिस जमीन के प्रबंधक कलेक्टर उसी जमीन पर बिना अनुमति के ‘मेले का खेल

मंदसौर.
नपा के कार्तिक मेले लगने के साथ समीप में लगने वाले दो निजी मेलों को लेकर शुरु हुआ विवाद अब तूल पकड़ता जा रहा है। पार्षद पति की शिकायत के बाद मामला उठा तो कलेक्टर सहित अन्य प्रशासनिक अधिकारी भी पहुंचे और यहां लग रहे दोनों निजी मेलों को रुकवाते हुए नोटिस जारी किए। इतना ही नहीं कलेक्टर ने पिछले सालों से बिना अनुमति के लगते आ रहे इन मेलों को लेकर जांच करने के निर्देश भी दिए। इसके बाद रविवार को एसडीएम-तहसीलदार मौके पर पहुंचे और जांच शुरु की।

एलाउंस करवाकर दी हिदायत
इधर नपा के कार्तिक मेले में भूखंड आवंटन की प्रक्रिया हो चुकी है। अब दुकानें जम रही है। लेकिन बिचोलिए और भूखंड में लेन-देन का बड़ा होता है। पार्षद पति शैलेंद्र गोस्वामी ने बताया कि इसके लिए नपा ने मेला परिसर में एलाउंस करवाया है। इसमें बिचोलिए और भूखंड बेचने जैसे मामला आने पर शिकायत करने की बात कही और यदि कोई मौके पर ऐसा पाया तो सामान जप्त किए जाएंगे।

कलेक्टर ने दिए जांच के आदेश
कार्तिक मेले के समीप लग रहे निजी मेलों को लेकर लगातार हो रही शिकायत के बीच बीती रात को कलेक्टर मनोज पुष्प अधिकारियों के साथ पहुंचे थे। जहां उन्होंने इस पर रोक लगाते हुए मेला संचालित करने वालों को फटकार भी लगाई थी।
इतना ही नहीं पिछले सालों में बगैर अनुमति अवैध तरीके से यहां इन मेलों को संचालित किए जाने के पूरे मामले की जांच के निर्देश भी दिए। और जो लोग शामिल है। उन पर कार्रवाई की बात कही। इसके बाद रविवार को दोपहर में एसडीएम अंकिता प्रजापति व तहसीलदार नारायण नांदेड़ा पशुपतिनाथ मंदिर क्षेत्र में पहुंचे और नपा के कार्तिक मेले के समीप कलेक्टर जिस जमीन के प्रबंधक है। उस जमीन पर मेला लगाने वाले संचालको को बुलाया और दस्तावेज मांगे। इसके लिए नोटिस भी जारी किए और मेले का काम भी रुकवाया।

मेले में भी नपा का बड़ा खेल, इसलिए हर बार लगते है निजी मेले
पार्षद प्रतिनिधि शैलेंद्र गोस्वामी ने निजी मेले को लेकर इस बार कलेक्टर व सीएमओ को शिकायतें की। गोस्वामी ने बताया कि कार्तिक मेले के समय ही जिस जमीन के प्रबंधक कलेक्टर है वहां दो मेले लगते है। इस बार भी दोनों मेलों में मिलाकर १७० दुकानों का आवंटन किया और इसके व्यापारी भी आ चुके। यहां झुले-चकरी भी लगते है। नपा ६० हजार रुपए की रसीद कटवाकर एनओसी देती है।
इसी पर विद्युत कनेक्शन मिलता है। जबकि मेले की अनुमति नहीं। पिछले कुछ सालों से निजी मेलों में नपा बड़ा खेल कर इनको संचालित करने में अपना संरक्षण देती आई है। इसलिए इस बार शिकायत की थी। सिर्फ विद्युत कनेक्शन के लिए राशि जमा कर एनओसी लेते है। लेकिन नपा यहां सफाईकर्मी सेलेकर पानी की व्यवस्था सहित कई इंतजाम इनके लिए करती है। प्रशासन ने दोनों मेले इस बार रुकवा दिए है।

नपा की एनओसी पर हर बार मिलता है विद्युत कनेक्शन
जानकारी के अनुसार यह मेला पिछले ३ से ४ साल से लगता आ रहा है। जिस जमीन पर यह दोनों मेले लग रहे है। उस जमीन के प्रबंधक कलेक्टर होते है। फिर भी यहां बिना अनुमति से यह अवैध रुप से मेला उसी समय लगता आ रहा है जब पशुपतिनाथ का कार्तिक मेला चलता है और इसी के समीप मेला लगता है। बड़ी बात तो यह है कि नपा के कार्तिक मेले को ही प्रभावित करने वाले दोनों मेले समीप में चलते है और इसके विद्युत कनेक्शन के लिए नपा एनओसी जारी करती है। नपा की एनओसी पर ही दोनों मेलों को विद्युत कनेक्शन मिलते है। इस बार मामले में शिकायतीबाजी हुई तो एनओसी भी जारी नहीं हुई और मेले पर रोक भी लगाई गई।

नोटिस जारी कर रुकवाएं दोनों मेले
एसडीएम अंकिता प्रजापति ने बताया कि नोटिस जारी किए है। पशुपतिनाथ मेले के समीप लग रहे दोनों मेलों को रुकवाया गया है। अनुमति या अन्य दस्तावेज हो तो पेश करने की कहा है। मामले में उचित कार्रवाई की जाएगी। वहीं तहसीलदार नारायण नांदेड़ा ने बताया कि जिस जमीन पर यह दोनों मेले लगाए जा रहे है। उसके प्रबंधक कलेक्टर होते है। अनुमति बगैय यह मेले संचालित होते है। शिकायत पर मौके पर पहुंचकर दस्तावेज मांगे। अभी तक नहीं दिखाए है। ऐसे में मेले लगाने पर रोक लगाते हुए कागज मांगे है।
………………….
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो