विहिप पदाधिकारी की हत्या की योजना अलावदखेड़ी में बनाई थी
विहिप पदाधिकारी की हत्या की योजना अलावदखेड़ी में बनाई थी
मंदसौर.
पुलिस कंट्रोल रूम पर शनिवार को पुलिस अधीक्षक हितेश चौधरी ने विहिप नेता युवराज ङ्क्षसह चौहान की हत्या का खुलासा किया। पुलिस ने इस मामले में तीन शूटर और रैकी करने वाले आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने आरोपियों से हत्या में प्रयुक्त हथियार, पांच जिंदा राउंड, दो खाली खोके के साथ जिस बाइक से रैकी की थी। उसे भी जप्त कर लिया है। पुलिस ने चारों आरोपियों को न्यायालय में पेश किया, जहां से चारों आरोपियों को १४ अक्टूबर तक पुलिस रिमांड पर सौंपा गया है।
पुलिस अधीक्षक हितेश चौधरी ने बताया कि आरोपियों से प्रारंभिक पूछताछ में सामने आया कि दीपक तंवार और युवराज ङ्क्षसह चौहान के बीच केबल एवं अन्य व्यवसायिक प्रतिद्धंद्विता के चलते पूर्व में विवाद हो चुके है। दीपक को यह एहसास हो गया था कि युवराज ङ्क्षसह चौहान कुछ दिनों में त्यौहार के दौरान उसे मारना चाह रहा है। २०१७ में सोनू गोस्वामी की हत्या कारित करने वाले आरोपी लल्लू उर्फ ललित की प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष रूप से युवराज मदद करता था। सोनू गोस्वामी की हत्या की रिपोर्ट दर्ज करने में फरियादी विक्की गोसर ही था। विक्की गौसर सोनू गोस्वामी का करीबी था। सोनू गोस्वामी के रिश्तेदार एवं सहकारोबारी होने के चलते भी युवराज को मारने के लिए उत्तेजित थे। पुलिस अधीक्षक चौधरी ने बताया कि विक्की गोसर विश्व हिंदू परिषद बजरंग दल का नगर संयोजक है। फेसबुक पर लिखा हुआ है।
अलावदाखेड़ी में बनाई थी योजना
पुलिस अधीक्षक चौधरी ने बताया कि युवराज सिंह की हत्या को लेकर एक माह पहले दीपक तंवर, विक्की गोसर ने अलावदाखेड़ी जाकर अंकित तंवर, नागेश गोस्वामी, छोटू उर्फ फैजान, अनिस मेव, सुनिल गोस्वामी और अनिल दरिंग के साथ मिलकर योजना बनाई। युवराज ङ्क्षसह चौहान से प्रतिद्धंद्धिता और सोनू गोस्वामी का बदला लेने के उद्देश्य से आरोपियों द्वारा योजना बनाई गई।
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