तीन गेट खोले छोड़ा ६० हजार क्यूसेक पानी
गांधीसागर जलाशय के इस बारिश में तीसरी बार गेट शुक्रवार को खोले गए। तीन साल बाद इस बार गेट खुले तो आवक और बारिश के बीच तीसरी बार गेट खोले गए। वर्तमान में गांधीसागर का जलस्तर १३११.१६ फीट है। इसके साथ ही तीन छोटे गेट खोले गए। इससे ६० हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया। साथ ही वर्तमान में गांधीसागर में आवक भी ६० हजार क्यूसेक से हो रही है। जलसंसाधन विभाग के एसडीओ एमएल त्रिवेदी ने बताया कि १३११ फीट का जलस्तर है और अलर्ट और आवक के बीच गेट खोले गए। लेवल मेंटन के बाद फिर गेट बंद किए जाएंगे।
दिनभर जारी रहा बारिश का दौर
शुक्रवार को भी दिनभर रुक-रुककर बारिश का दौर जारी रहा। दोपहर के समय तेज बारिश हुई। इसके बाद कुछ देर के समय अंतराल में शाम तक कभी रिमझिम तो कभी तेज बारिश होती रही। जिले में भी कई स्थानों पर दोपहर में तेज बारिश हुई। बारिश के बाद लोगों को गर्मी से राहत मिली।
जिले में अब तक औसत बारिश ५८ इंच
जिले में इस बार अब तक औसत बारिश ५८ इंच हो गई है। जो पिछले कई सालों से अधिक है। ११ साल बार औसत बारिश ने ५० का आंकड़ा पार किया था। लेकिन इस बार आंकड़ा ५८ तक पहुंच गया। पिछले 24 घंटों में मंदसौर में 9, सीतामउ में 10.8, सुवासरा में 14, गरोठ में 5.6, भानपुरा में 4.2 , मल्हारगढ मे 11, धुधंडका में 16, शामगढ में 25.4 मिमी बारिश हुई। इस बार 1 जून से अब तक मंदसौर में 1482, सीतामउ में 1502, सुवासरा में 1366.2, गरोठ में 1737.2, भानपुरा में 1322.8, मल्हारगढ मे 1323, धुधंडका में 1319, शामगढ में 1440.2, संजीत में 1285 एवं कयामपुर में 1605.6 मिमी बारिश हुई है। इसके अलावा शुक्रवार को भी दिनभर बारिश का दौर रुक-रुककर जारी रहा।
लगातार बारिश के चलते ग्रामीण क्षेत्रों में जनजीवन अस्त.व्यस्त हो गया है। शुक्रवार को दोपहर में एक घंटा तेज बारिश होने से बाजखेड़ी स्कूल परिसर पूरी तरह से तालाब बन गया। स्कूली बच्चों को निकलने में कावऊी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। स्कूल के आगे प्रधानमंडी सड़क योजना में सड़क बनी। यहां निकासी के लिए नाली तो बनाई लेकिन वह छोटी बनाई। इसके चलते निकासी के इंतजामों के कारण यहां जलजमाव की स्थिति होती है।