पूरी दुनिया में रोजाना 10 करोड़ बैरल कच्चे तेल की खपत पूरी दुनिया में प्रतिदिन करीब 10 करोड़ बैरल कच्चे तेल की खपत होती है। ईरान ने इस साल इसके तीन फीसदी हिस्से की आपूर्ति की। लेकिन, प्रतिबंध की तारीख नजदीक आने से पहले ही अन्य देशों ने ईरान से खरीद कम करनी शुरू कर दी, जिससे इसका निर्यात तीन साल के निचले स्तर 16 लाख बैरल प्रतिदिन पर आ गया। अमरीका ने तेल निर्यातक देशों के संगठन ओपेक और रूस से आग्रह किया था कि वे इस संकट को देखते हुए अपने उत्पादन में बढ़ोतरी करें। हालांकि, अमरीका ने आपूर्ति बढ़ाने के लिए खुद अपने रणनीतिक पेट्रोलियम रिजर्व के इस्तेमाल से इनकार कर दिया।
रूस ने उत्पादन में की बढ़ोतरी रूस ने इस बीच सितंबर में अपने उत्पादन में तेजी लाई और यह करीब 1.14 करोड़ बैरल प्रतिदिन पर पहुंच गया। इससे पहले अगस्त में रूस का तेल उत्पादन 1.12 करोड़ बैरल प्रतिदिन रहा था। अमरीका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कुछ दिन पहले कच्चे तेल की कीमतों में आई तेजी के लिये ओपेक और रूस की निंदा की थी और कहा था कि ओपेक और उसके सदस्य देश पूरी दुनिया को लूट रहे हैं, जो अमरीका को पसंद नहीं है। हालांकि, फिर गत शनिवार को इसी सिलसिले में ट्रंप ने सऊदी अरब के शाह सलमान से बात की कि कैसे ईरान पर प्रतिबंध के कारण आने वाले आपूर्ति संकट से निपटा जाएगा। कारोबारियों की नजर लगातार बाजार पर बनी हुई है कि कैसे ओपेक देश और अमरीका आपूर्ति संकट से निपटेंगे। विश्लेषकों के मुताबिक, यदि कच्चे तेल की कीमतों में तेजी का सिलसिला इसी तरह जारी रहा तो वैश्विक आर्थिक विकास दर प्रभावित होगी।