गृह मंत्रालय हो या श्रम मंत्रालय या फिर बड़े उद्योगपति सभी समाज के लोगों से इन मजदूरों की मदद करने की अपील कर रहे हैं । गृह मंत्रालय पहले ही उद्योगों से इस बात की अपील कर चुका है 21 दिनों के लॉकडाउन के पीरियड में किसी भी ऐसे कर्मचारी को ना तो नौकरी से निकाला जाए और ना ही उनकी वेतन में कटौती की जाए। बड़े-बड़े उद्योगपति भी इस तरह की बातें करते नजर आ रहे हैं आनंद महिंद्रा उसका एक उदाहरण भर है। इसी कड़ी में एक और नाम जुड़ गया है जेम्स एंड ज्वैलरी एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल ( The Gem & Jewellery Export Promotion Council ) ने अपने यहां दैनिक मजदूरी पर काम करने वाले मजदूरों की सुरक्षा का बीड़ा उठाया है । एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल ने ऐसे लोगों के खर्च के लिए ₹50 करोड़ की राशि का अनुदान देने की बात कही है।
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जीजेईपीसी के चेयरमैन प्रमोद अग्रवाल का कहना है कि हम कोरोना वायरस से उत्पन्न हुई समस्या से लड़ने की भरसक कोशिश करेंगे और इसके लिए तत्कालीन हालात को देखते हुए हमने ₹50 करोड़ रुपए गरीबों के कल्याणार्थ खर्च करने का निश्चय किया है।
देश की अर्थव्यवस्था की हालत बेहद खराब है और हमारे बिजनेस के डेली वर्कर्स के ऊपर भी इसका असर पड़ रहा है जेम्स इंडस्ट्री देश की अर्थव्यवस्था में 7 परसेंट का योगदान करती है और हमारे यहां लगभग पचास लाख से ज्यादा लोग काम करते हैं इसलिए जरूरी हो जाता है कि हम अपने कर्मचारियों का पूरे दिल से सपोर्ट करें। हमने पहले भी ऐसी परिस्थितियों का सामना किया है और इस बार भी दृढ़ता के साथ हालात का सामना करेंगे।
जीजेईपीसी अपने सभी मेंबर से अपने अधीन काम करने वाले लोगों की देखभाल करने का और उनकी जिम्मेदारी उठाने का उठाने की अपील की है। जीजेईपीसी ने अपना पूरा एक्शन प्लान प्रजेंट करते हुए कहा है कि कि उनके द्वारा निर्धारित राशि का इस्तेमाल कोरोना वायरस के लिए मेडिकल फैसिलिटी और हेल्थ संबंधी जरूरतों के लिए किया जाएगा । इस फंड की मदद से गवर्नमेंट ने जो भी काम दिल्ली में मजदूरों की मदद के लिए शुरू किए हैं उन्हीं कामों में इसे लगाया जाएगा।