डॉलर के टूटने से अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी सोने में चमक बाजार विश्लेषकों का कहना है कि वैश्विक बाजार में पीली धातु की कीमतों पर दो विपरीत कारकों का असर है। चीन की ओर से टैरिफ के मुद्दे को लेकर अमरीका के साथ होने वाली मध्य स्तरीय वार्ता रद्द करने की रिपोर्ट के दबाव में दुनिया की अन्य प्रमुख मुद्राओं की तुलना में डॉलर कमजोर पड़ा है। डॉलर के टूटने से पीली धातु की चमक बढ़ी है। हालांकि, इस सप्ताह अमरीका के फेडरल रिजर्व की होने वाली बैठक के मद्देनजर निवेशक सतर्कता बरत रहे हैं जिससे सोने पर दबाव बना हुआ है। ऐसी संभावना जताई जा रही है कि फेड रिजर्व इस बैठक में ब्याज दर में 25 आधार अंकों की बढ़ोतरी करने का निर्णय ले सकता है। ब्याज दर बढ़ने की स्थिति में निवेशकों का रुझान सुरक्षित निवेश में घट जाता है।
रुपए की गिरावट ने भी बढ़ाई सोने की मांग स्थानीय बाजार में भारतीय मुद्रा की गिरावट के कारण पीली धातु की मांग बढ़ी है। शनिवार को इसके दाम में रही गिरावट से खुदरा जेवराती मांग में सुधार हुआ है जिससे इसके दाम चढ़ गए हैं। अंतरराष्ट्रीय बाजार में चांदी हाजिर 0.02 डॉलर की बढ़त के साथ 14.28 डॉलर प्रति औंस पर पहुंच गई। स्थानीय मांग आने से सोना स्टैंडर्ड 100 रुपए की छलांग लगाकर 31,550 रुपए प्रति दस ग्राम पर पहुंच गया। सोना बिटुर भी इतनी ही तेजी के साथ 31,400 रुपए प्रति दस ग्राम बोला गया। हालांकि, आठ ग्राम वाली गिन्नी 24,500 रुपए के भाव पर स्थिर रही। इस दौरान ऊंचे भाव पर औद्योगिक मांग में कमी आने से चांदी हाजिर 50 रुपए की गिरावट में 38,100 रुपए प्रति किलाग्राम पर आ गई। चांदी वायदा 65 रुपए की गिरावट में 37,525 रुपए प्रति किलोग्राम बोली गई। सिक्का लिवाली और बिकवाली गत दिवस के क्रमश: 72 हजार और 73 हजार रुपए प्रति सैकड़ा पर टिके रहे।
दिल्ली सर्राफा बाजार में दोनों कीमती धातुओं के दाम (रुपए में) – सोना स्टैंडर्ड प्रति 10 ग्राम : 31,550 – सोना बिटुर प्रति 10 ग्राम : 31,400 – चांदी हाजिर प्रति किलोग्राम : 38,100
– चांदी वायदा प्रति किलोग्राम : 37,525 – सिक्का लिवाली प्रति सैकड़ा : 72,000 – सिक्का बिकवाली प्रति सैकड़ा : 73,000 – गिन्नी प्रति आठ ग्राम : 24,500