फॉरेन मार्केट में पहली ऑफिसियल एंट्री
बता दें कि किसी फॉरेन मार्केट में यह ओला की पहली ऑफिसियल एंट्री है। हालांकि इस पहले पिछले साल कंपनी ने बांग्लादेश में अपना सेटअप शुरू किया था। कंपनी से जुड़े कुछ सूत्रों ने यह भी बताया कि 2018 में ओला न्यूजीलैंड जैसे बाजारों में भी उतरने की संभावना है। कंपनी ऐसे देशों में व्यापार बढ़ाना चाहती है, जहां भारतीय मूल के लोगों की घनी आबादी हो और रेगुलेटरी दिक्कतें भी कम हों।
बता दें कि किसी फॉरेन मार्केट में यह ओला की पहली ऑफिसियल एंट्री है। हालांकि इस पहले पिछले साल कंपनी ने बांग्लादेश में अपना सेटअप शुरू किया था। कंपनी से जुड़े कुछ सूत्रों ने यह भी बताया कि 2018 में ओला न्यूजीलैंड जैसे बाजारों में भी उतरने की संभावना है। कंपनी ऐसे देशों में व्यापार बढ़ाना चाहती है, जहां भारतीय मूल के लोगों की घनी आबादी हो और रेगुलेटरी दिक्कतें भी कम हों।
यूरोप में भी व्यापार की थी प्लानिंग
बताया जा रहा है कि ओला ने यूरोप में भी व्यापार विस्तार की प्लानिंग की थी, लेकिन ऑस्ट्रेलिया में बेहतर संभावना के चलते विदेशी कारोबार की वहीं से शुरू करने का फैसला किया। इस बारे में ओला के एक एग्जिक्यूटिव ने अपना नाम गुप्त रखने की शर्त पर जानकारी दी कि, ‘ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में भारतीय प्रवासियों की संख्या अधिक है। वहां बड़े रेगुलेटरी मसले भी नहीं हैं। अभी कंपनी का ध्यान फायदेमंद विकल्पों और रेवेन्यू बढ़ाने के तरीकों पर है। इन दोनों देशों में दक्षिण एशियाई देशों की तुलना में लोग अधिक यात्रा करते हैं।’
बताया जा रहा है कि ओला ने यूरोप में भी व्यापार विस्तार की प्लानिंग की थी, लेकिन ऑस्ट्रेलिया में बेहतर संभावना के चलते विदेशी कारोबार की वहीं से शुरू करने का फैसला किया। इस बारे में ओला के एक एग्जिक्यूटिव ने अपना नाम गुप्त रखने की शर्त पर जानकारी दी कि, ‘ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में भारतीय प्रवासियों की संख्या अधिक है। वहां बड़े रेगुलेटरी मसले भी नहीं हैं। अभी कंपनी का ध्यान फायदेमंद विकल्पों और रेवेन्यू बढ़ाने के तरीकों पर है। इन दोनों देशों में दक्षिण एशियाई देशों की तुलना में लोग अधिक यात्रा करते हैं।’
विदेशों में भी ओला-उबर की टक्कर
गौरतलब है कि टैक्सी सर्विस उबर पहले से ही ऑस्ट्रेलिया में अपनी सेवाएं दे रही है। अब ओला के ऑस्ट्रेलिया में प्रवेश के बाद वहां के बाजारों में भी इन दोनो कंपनियों के बीच टकराव देखने को मिलेगा। अमरीकी मूल की टैक्सी सर्विस उबर ने साल 2015 में ऑस्ट्रेलिया में अपना कदम रखा था। अब ओला भी ऑस्ट्रेलिया में अपने पैर पसारने वाली है।
गौरतलब है कि टैक्सी सर्विस उबर पहले से ही ऑस्ट्रेलिया में अपनी सेवाएं दे रही है। अब ओला के ऑस्ट्रेलिया में प्रवेश के बाद वहां के बाजारों में भी इन दोनो कंपनियों के बीच टकराव देखने को मिलेगा। अमरीकी मूल की टैक्सी सर्विस उबर ने साल 2015 में ऑस्ट्रेलिया में अपना कदम रखा था। अब ओला भी ऑस्ट्रेलिया में अपने पैर पसारने वाली है।