ब्लूमबर्ग के मुताबिक, जियो प्लेटफॉर्म्स भारत के बाहर IPO ( Initial public offering ) जारी करने की योजना बना रही है। मुकेश अंबानी का लक्ष्य इस कंपनी को सबसे बड़ी ई-कॉमर्स कंपनी और पेमेंट ऑपरेटर बनाने का है । पिछले एक महीने में इस कंपनी को लगभग 1000 करोड़ डॉलर का निवेश मिला है। यहां ध्यान देने वाली बात ये भी है कि रिलायंस जियो के नए निवेशकों में फेसबुक, अटंलांटिक जनरल और सिल्वर लेक जैसे बड़े नाम शामिल हैं ।
जियो प्लेटफार्म्स रिलायंस ग्रुप के डिजिटल असेट और वायरलेस बिजनेस रिलायंस जियो इंफोकॉम से मिलकर बना है हाल के दिनों में मुकेश अंबानी पेट्रो केमिकल्स के बिजनेस से कंज्यूमर बिजनेस की तरफ बढ़ते नजर आए हैं। और उनका अगला कदम भी इस दिशा में किया गया एक प्रयास होगा।
1-2 साल का लग सकता है वक्त- रिलायंस जियो ( reliance jio ) की लिस्टिंग होने में वक्त है क्योंकि ये लिस्टिंग किस बाजार में होगी अभी तक इसकी कोई भी जानकारी नहीं मिली है। सोर्सेज की मानें तो इस बारे में अभी टाइमलाइन भी तय नहीं किया गया है। इसके अलावा आईपीओ के साइज के बारे में भी अभी कोई जानकारी सामने नहीं आई है।
कोरोना के दौरान हुई बड़ी डील- कोरोना की वजह से मुकेश अंबानी की कंपनी को काफी नुकसान उठाना पड़ा है। अंबानी की संपत्ति में 19 अरब की कमी आई है। इसके साथ ही कंपनी के ऊपर कर्ज भी काफी हो गया है जिसके खत्म करने के लिए कंपनी लगातार दूसरी कंपनियों के साथ डील कर रही है। फेसबुक ( facebook jio deal ), केकेआर, Vista, सिल्वरलेक जैसी कंपनियों ने जियो में निवेश करने का ऐलान किया है। इससे जियो की एंटरप्राइजेज वैल्यू 5.16 लाख करोड़ पहुंच गई है। इसके साथ ही हाल ही में कंपनी ने 53125 करोड़ के राइट्स इश्यू ( Rights Issue ) किये हैं।