बता दें कि रविवार को नौहझील खाजपुर निवासी सतवीर सिंह कुपवाड़ा के काला रूस में हिमस्खलन होने के कारण बर्फ में दब गए। बर्फ में दबने के कारण जवान की दर्दनाक मौत हो गयी। मंगलवार को शहीद जवान के पार्थिव शरीर को उनके पैतृक गांव लाया गया। शहीद के पार्थिव शरीर के अंतिम दर्शन के लिए हजारों की संख्या में लोगों का जनसैलाब उमड़ पड़ा। भारत माता की जय के नारे और सतवीर सिंह अमर रहे के जय घोष से पूरा क्षेत्र गूंज उठा।
शहीद सतवीर सिंह 16 वीं जाट रेजिमेंट में तैनात थे। शहीद के परिवार में पत्नी नीरजा देवी, पांच वर्ष का बेटा चिराग व सात वर्ष की एक बेटी अंशुल है। शहीद को अंतिम विदाई देने के लिए बड़ी संख्या में आलाधिकारी व ग्रामीण पहुंचे। जहां जहां से शहीद का पार्थिव शरीर निकला हर कोई उन्हें नमन करने और अंतिम दर्शन के लिए निकल पड़ा।