कोरोना वायरस को लेकर सरकार ने 21 दिन का लॉक डाउन किया है और इस दौरान हर नागरिक को यह भरोसा दिलाया है कि उनके जरूरत की चीजों में कमी नहीं आएगी व उन्हें आसानी से मुहैया कराई जाएंगी। इस दौरान भले ही यात्री वाहन नहीं चलेंगे, लेकिन माल वाहन पर किसी प्रकार का प्रतिबंध नहीं होगा जो रोजमर्रा की चीजें हैं, वह लोगों तक पहुंचाई जाएगी । लेकिन इस सब के बावजूद भी नजारा कुछ अलग ही है। जो वाहन रोजमर्रा की चीजों को लेकर लदे हुए खड़े हैं। उन वाहनों को भी नहीं निकलने दिया जा रहा है। मथुरा में करीब डेढ़ सौ ऐसे वाहन फंसे हुए हैं, जिनमें खाने पीने की चीजे हैं और रोज की जरूरत का सामान है। लेकिन इन वाहनों को उनके गंतव्य तक नहीं पहुंचने दिया जा रहा है।
ऐसे में जिन दुकानदारों के पास डेली नीड की चीजें हैं, तब तक तो स्थिति सामान्य रहेगी, लेकिन दुकानदारों के पास माल नहीं पहुंचेगा तो कहीं ना कहीं लोगों को रोजमर्रा की चीजों के लिए जद्दोजहद करनी पड़ेगी। वही मुनाफाखोरी भी इस ओर पैनी नजर गड़ाए हुए हैं। जैसे ही बाजार में स्टॉक खत्म होगा। मुनाफाखोरी सक्रिय होकर इस विपदा की घड़ी में लोगों से मुनाफा कमाने के लिए महंगे दामों में सामान बेचेंगे।