भगवान बलदाऊ की नगरी बल्देव में 437 साल पुराने लक्खी मेला का स्वरूप बिगड़ने लगा है। इस धार्मिक मेले में जुए के फड़ और सांस्कृतिक कार्यक्रमों के नाम पर बार बालाओं का फूहड़ डांस हो रहा है। इसके बावजूद मेला समिति के लोग मौन हैं। वहीं पुलिस प्रशासन भी यह सब कुछ देखते हुए अनजान बना हुआ है।
दाऊजी मेले का उद्घाटन भाजपा जिलाध्यक्ष एवं पूर्व सांसद चौधरी तेजवीर सिंह ने अगहन पूर्णिमा के दिन किया था। जिलाध्यक्ष ने मेले का फीता काटकर शुभारम्भ तो कर दिया लेकिन उन्होंने एक बार भी मुड़कर नहीं देखा कि मेला में हो क्या रहा है। मेला में शांति व्यवस्था बनाये रखने के लिए बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी तैनात हैं, लेकिन किसी भी पुलिसकर्मी को जुए के फड़ और डांस पार्टियां नजर नहीं आ रही है।
बल्देव ब्लाक प्रमुख राजपाल भरंगर का कहना है कि दाऊजी मेला वर्षों से लगता है। इससे लोगों की आस्था जुड़ी हुई है, लेकिन आज मेले में जो भी हो रहा है उससे उनकी भावनाएं आहत हो रही हैं। ताश के खेल के नाम पर जुआ खेला जा रहा है। बड़े बड़े पंडालों में फूहड़ डांस हो रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि यदि पुलिस नहीं सुनती है तो रालोद के कार्यकर्ता इसे रोकेंगे।
इस संबंध में अपर पुलिस अधीक्षक ग्रामीण आदित्य कुमार शुक्ला का कहना है कि मामले की पड़ताल कराई जाएगी। अगर ऐसी बात सामने आती है तो विधिक कार्रवाई की जाएगी।