सात महीने पहले हुई मां-बाप की हत्या
मामला मथुरा के थाना हाईवे इलाके की अमर कॉलोनी का है। जहां राखी नाम की युवती ने जहर खाकर आत्महत्या कर ली। सात महीने पहले बदमाशों ने राखी के मां-बाप की निर्मम हत्या कर दी थी और लूटपाट कर फरार हो गए थे। मां-बाप के हत्यारों को सजा दिलाने के लिए राखी अपनी छोटी बहन व भाई के साथ इंसाफ की लड़ाई लड़ रही थी। उसने मथुरा से लेकर लखनऊ तक इंसाफ की गुहार लगाई। हर जगह उसे आश्वासन के सिवा कुछ नहीं मिला। आखिरकार शनिवार रात को राखी ने जहर खा लिया। जिससे उसकी मौत हो गयी।
मामला मथुरा के थाना हाईवे इलाके की अमर कॉलोनी का है। जहां राखी नाम की युवती ने जहर खाकर आत्महत्या कर ली। सात महीने पहले बदमाशों ने राखी के मां-बाप की निर्मम हत्या कर दी थी और लूटपाट कर फरार हो गए थे। मां-बाप के हत्यारों को सजा दिलाने के लिए राखी अपनी छोटी बहन व भाई के साथ इंसाफ की लड़ाई लड़ रही थी। उसने मथुरा से लेकर लखनऊ तक इंसाफ की गुहार लगाई। हर जगह उसे आश्वासन के सिवा कुछ नहीं मिला। आखिरकार शनिवार रात को राखी ने जहर खा लिया। जिससे उसकी मौत हो गयी।
फेसबुक पर बयां किया दर्द
राखी ने मौत से पहले अपना दर्द फेसबुक पर बयां किया। शनिवार सुबह फेसबुक लाइव कर राखी ने कहा कि वो इंसाफ की गुहार लेकर जिला प्रशासन से लेकर लखनऊ तक गई। हर जगह सिर्फ उसे झूठा आश्वासन मिला। वो ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा से भी मिली। उन्होंने भी कुछ नहीं किया। वो सफाई अभियान चलाते हैं। एक न्याय अभियान भी चलाएं। अन्याय के खिलाफ लड़ाई लड़े। उनके राज में किसी के साथ अन्याय न हो। राखी ने कहा कि सिर्फ झाड़ू लगाने से कुछ नहीं होता है। अंत में राखी ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि इस वीडियो को ज्यादा से ज्यादा शेयर करें ताकि उसे इंसाफ मिल सके।
राखी ने मौत से पहले अपना दर्द फेसबुक पर बयां किया। शनिवार सुबह फेसबुक लाइव कर राखी ने कहा कि वो इंसाफ की गुहार लेकर जिला प्रशासन से लेकर लखनऊ तक गई। हर जगह सिर्फ उसे झूठा आश्वासन मिला। वो ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा से भी मिली। उन्होंने भी कुछ नहीं किया। वो सफाई अभियान चलाते हैं। एक न्याय अभियान भी चलाएं। अन्याय के खिलाफ लड़ाई लड़े। उनके राज में किसी के साथ अन्याय न हो। राखी ने कहा कि सिर्फ झाड़ू लगाने से कुछ नहीं होता है। अंत में राखी ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि इस वीडियो को ज्यादा से ज्यादा शेयर करें ताकि उसे इंसाफ मिल सके।
गुस्साए लोगों ने रोड जाम किया
रविवार को राखी की मौत के बाद स्थीनाय लोग आक्रोशित हो गए। उन्होंने मथुरा-गोवर्धन मार्ग पर जाम लगा दिया। सूचना मिलते ही पुलिस फोर्स के साथ डीएम अरविंद्र मल्लपा बंगारी और एसएसपी स्वप्निल ममगाई पहुंच गए। आक्रोशित लोग अपनी मांगों को लेकर अड़े हुए थे। हालात बिगड़ते देख पुलिस ने हल्का बल प्रयोग कर लोगों वहां से हटाया। मृतका के भाई ने चेतावनी दी कि अगर अब भी पुलिस ने उसके मां-बाप के हत्यारों को नहीं पकड़ा है तो वो भी बहन की तरह अपनी जान दे देगा। जिसका जिम्मेदार जिला प्रशासन होगा।
रविवार को राखी की मौत के बाद स्थीनाय लोग आक्रोशित हो गए। उन्होंने मथुरा-गोवर्धन मार्ग पर जाम लगा दिया। सूचना मिलते ही पुलिस फोर्स के साथ डीएम अरविंद्र मल्लपा बंगारी और एसएसपी स्वप्निल ममगाई पहुंच गए। आक्रोशित लोग अपनी मांगों को लेकर अड़े हुए थे। हालात बिगड़ते देख पुलिस ने हल्का बल प्रयोग कर लोगों वहां से हटाया। मृतका के भाई ने चेतावनी दी कि अगर अब भी पुलिस ने उसके मां-बाप के हत्यारों को नहीं पकड़ा है तो वो भी बहन की तरह अपनी जान दे देगा। जिसका जिम्मेदार जिला प्रशासन होगा।
एसएसपी ने दिया आश्वासन
इस संबंध में एसएसपी स्वप्निल ममगोई ने कहा कि इस हत्याकांड की विवेचना में अगर लापरवाही हुई है तो दो दिन के अंदर इसकी जांच कराकर कार्रवाई करेंगे। एसएसपी ने कहा कि सबसे अच्छे अधिकारी से जांच कराकर इस हत्याकांड का भी खुलासा किया जाएगा। वहीं राखी की मौत पर उन्होंने कहा कि उसने किन परिस्थितियों में जहर खाया है इसकी भी जांच कराई जा रही है।
इस संबंध में एसएसपी स्वप्निल ममगोई ने कहा कि इस हत्याकांड की विवेचना में अगर लापरवाही हुई है तो दो दिन के अंदर इसकी जांच कराकर कार्रवाई करेंगे। एसएसपी ने कहा कि सबसे अच्छे अधिकारी से जांच कराकर इस हत्याकांड का भी खुलासा किया जाएगा। वहीं राखी की मौत पर उन्होंने कहा कि उसने किन परिस्थितियों में जहर खाया है इसकी भी जांच कराई जा रही है।
चार एसएसपी बदले, फिर पुलिस खाली हाथ
स्थानीय निवासी मनोज चौधरी ने बताया कि मथुरा में चार एसएसपी बदल गए। फिर भी इस हत्याकांड का खुलासा अब तक नहीं हो पाया। सात महीने बाद भी पुलिस वहीं की वहीं खड़ी है। जबकि कातिलों को पकड़वाने के लिए राखी ने अपनी जान तक दे दी।
स्थानीय निवासी मनोज चौधरी ने बताया कि मथुरा में चार एसएसपी बदल गए। फिर भी इस हत्याकांड का खुलासा अब तक नहीं हो पाया। सात महीने बाद भी पुलिस वहीं की वहीं खड़ी है। जबकि कातिलों को पकड़वाने के लिए राखी ने अपनी जान तक दे दी।