प्रदेश अध्यक्ष मुकेश सिकरवार ने सरदारी को संबोधित करते हुए कहा कि क्षत्रियों के संघर्ष के रूप में भगवान श्रीराम ने यह संदेश दिया कि सत्य परेशान तो हो सकता है परंतु पराजित नहीं हो सकता। भगवान श्रीराम ने रावण का वध किया असत्य पर सत्य की विजय प्राप्ति के रूप में पूरे देश में हर वर्ष बड़ी धूमधाम से दशहरा मनाया जाता है। जिस तरह श्री राम हर वर्ग को साथ लेकर चले थे उसी तरह क्षत्रिय सभी जाति वर्ग को साथ लेकर चलता है। क्षत्रिय देश की आन बान और शान के लिए संघर्षरत रहा है और आगे भी रहेगा और सभी वर्गों का सम्मान करते हुए चला है उसी प्रकार क्षत्रिय भारतीय संस्कृति का वाहक व रक्षा के लिए बलिदान देता आया है और आगे भी करता रहेगा।
कार्यक्रम के अध्यक्ष बलवीर सिंह व ब्लॉक अध्यक्ष विजय सिंह राजपूत ने कहा की अपने युवाओं को अपनी संस्कृति को समझाने का प्रयास करते रहना है। आज का युवा हमारी संस्कृति को नहीं समझ पा रहा है,क्योंकि उन्हें किसी के द्वारा यह चीजें और क्षत्रियों के बलिदान के बारे में बताया ही नहीं जाता है। इसलिए हर क्षत्रिय अपने बच्चों को अपनी संस्कृति के बारे में सब कुछ समझाना और सिखाना चाहिए। कार्यक्रम में सैकड़ों बुजुर्गों ने शस्त्र पूजन किया व सभी ने अपने विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम का संचालन चंद्रपाल यदुवंशी ने किया।