इस दावे की निकली हवा दरअसल दो दिन पहले ही रालोद अजित ने मथुरा में भारतीय जनता पार्टी पर जमकर निशाना साधा था। इस दौरान चौधरी अजित ने मायावती अखिलेश की पीसी से पहले ही खुद को गठबंध का साथी घोषित कर दिया था। उन्होंने साफ कहा था कि वह गठबंधन के तहत चुनाव लड़ेंगे लेकिन आज लखनऊ में हुई पीसी के दौरान न ही मायावती न ही अखिलेश ने रालोद का जिक्र किया। उन्होंने सिर्फ इतना कहा कि बची चार सीटों में दो सीटेंं गबंधन के सहयोगियों के लिए। इससे स्पष्ट हो गया कि मायावती अखिलेश रालोद को अपनी शर्तों पर ही गठबंधन में शामिल करेंगे न कि अजित की शर्तों पर।
दो सीटों पर ही करना होगा संतोष अगर रालोद गठबंधन में शामिल होता है तो मात्र दो सीटों पर ही संतोष करना होगा यानि कि रालोद नेताओं द्वारा किए जा रहे पांच-छह सीटों के दावों की हवा निकल गई है। कुल मिलाकर अगर दो सीटों के साथ भी रालोद गठबंधन का हिस्सा रहता है तो मथुरा सीट रालोद के हिस्से में जाना तय है। यहां से अभी भाजपा की हेमा मालिनी सांसद हैं रालोद की तरफ से चौधरी अजित के बेटे जंयत चौधरी मैदार में होंगे।