मैनपुरी के करहल की रहने वाली 21 वर्षीय अंजलि यादव पुत्री मुकेश यादव केडी मेडिकल कॉलेज से एमबीबीएस कर रही थी। यह उसका अंतिम वर्ष था। बताया गया है कि आज उसका शव मनोरंजन कक्ष में फांसी के फंदे पर झूलता मिला। घटना से कॉलेज में हड़कंप मच गया। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने छात्रा का शव फंदे से नीचे उतारकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया। छात्रा ने आत्महत्या की है या मौत की वजह कुछ और है, इस संबंध में पुलिस जानकारी जुटा रही है।
वहीं मृतिका अंजलि के चाचा बृजेश ने केडी मेडिकल कॉलेज प्रबंधन पर पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा के कॉलेज वाले अंजलि को परेशान करते थे। मानसिक उत्पीड़न देते थे, जिससे अंजलि ने डिप्रेशन में आकर यह कदम उठाया है। उनका यह भी कहना है कि यह घटना 8 और 9 मई की रात की है और करीब 18 घंटे बीत जाने के बाद भी कॉलेज प्रशासन की तरफ से कोई फोन या मैसेज हम लोगों को नहीं मिला।
माता पिता और भाई से हुई आखिरी बात
वहीं अंजली के दादा जयपाल सिंह ने बताया अंजलि ने 9 मई को रात 10:00 बजे अपनी माता-पिता से और भाई से फोन पर बात की। उन्होंने यह भी बताया कि अंजली की मंजू नाम की एक सहेली है, उसने फोन करके बताया, तब हमको पता चला अंजलि के साथ यह हादसा हो गया है। कॉलेज प्रशासन की तरफ से हमें ना तो कोई सूचना दी गई और हमें गुमराह करते रहे हमने मनोरंजन कक्ष में जाकर देखा तो अंजलि पंखे से फांसी के फंदे पर लटकी हुई थी।