पीएम मोदी ने कहा कि नदियां, झीलों और तालाबों में रहने वाले प्राणियों और मछलियों का प्लास्टिक निगलने से जिन्दा बचना मुश्किल हो जाता है। हमें ऐसी प्लास्टिक जिसका एक बार उपयोग करके फेंक देते हैं, उससे छुटकारा पाना ही होगा। कोशिश करनी है कि इस वर्ष दो अक्टूबर तक अपने घरों, दफ्तरों, कार्यक्षेत्रों को सिंगल यूज प्लास्टिक से मुक्त करें। गांव-गांव में काम कर रहे सेल्फ हेल्प ग्रुप, सिविल सोसाइटी, सामाजिक संगठन, महिला मंडल, क्लब, स्कूल, कॉलेज, सरकारी और निजी संस्थानों, हर व्यक्ति और हर संगठन से इस अभियान से जुड़ने के लिए हृदय पूर्वक बहुत-बहुत आग्रह करता हूं। आप प्लास्टिक का जो कचरा इकट्ठा करेंगे, उसे उठाने का प्रबंधन प्रशासन करेगा, फिर उसे रिसाइकिल किया जाएगा। जो री साइकिल नहीं हो सकता है, उसे सीमेंट फैक्ट्री और रोड बनाने में काम लिया जाएगा।
ये सोच करेगी पर्यावरण की रक्षा
पीएम मोदी ने कहा कि ऐसी महिलाओं से मिलने का अवसर मिला है, जो विभिन्न प्रकार के प्लास्टिक को अलग करती हैं। फिर इसे रीसाइकिल कर दिया जाता है। महिलाओं की आदमनी हो रही है। कचरे से कंचन की यह सोच ही हमारे पर्यावऱण की रक्षा करेगी। वातावरण को स्वच्छ बनाएगी। स्वच्छता ही सेवा अभियान के साथ ही कुछ परिवर्तन अपनी आदतों में भी करने होंगे। इस बारे में लाल किले से भी बता चुका हूं। आज फिर इस विषय को उठा रहा हूं। हमें तय करना है, जब भी कुछ भी खरीदारी के लिए जाएं तो अपना झोला जरूर लेकर जाएं। पैकिंग के लिए दुकानदार प्लास्टिक का उपयोग कम से कम करें, यह भी सुनिश्चित करना होगा।
सरकारी कार्यक्रमों में प्लास्टिक की बोतलों के स्थान पर धातु या मिट्टी के बर्तनों की व्यवस्था हो। जब पर्यावऱण साफ रहता है तो इसका सीधा सकारात्मक असर स्वास्थ्य पर दिखाई देता है। इस दौरान योगी सरकार की प्रशंसा करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि योगी सरकार स्वच्छता और स्वास्थ्य को लेकर गंभीरता से काम कर रही है। मस्तिष्क ज्वर के मुद्दे पर योगी संसद में देश को जगाने की कोशिश करत थे। जब योगी सरकार बनी तो वे डरे नहीं। गंभीर बीमारी का मूल कारण गंदगी है और हमने हजारों बच्चे खो दिए। मानवता के पवित्र कार्य में बच्चों की जिन्दगी बचाई है। स्वच्छता के कार्य से जुड़े हर किसी को बधाई और आभार।