scriptकुम्हारों की अपील, मिट्टी के दीपक जलाकर बचाएं उनकी रोजी रोटी | Potters appeal to burn soil lamps in diwali 2017 | Patrika News
मथुरा

कुम्हारों की अपील, मिट्टी के दीपक जलाकर बचाएं उनकी रोजी रोटी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बाद प्रजापति समाज ने की लोगों से मिट्टी के दीए जलाने की गुजारिश

मथुराOct 14, 2017 / 12:58 pm

suchita mishra

potters

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मथुरा। दीपावली का त्योहार बेहद करीब है। इसकी तैयारियों के लिए प्रजापति समाज ने मिट्टी के दीपक बनाने शुुरू कर दिए हैं। लेकिन फिर भी उनके माथे पर शिकन साफ देखी जा सकती है क्योंकि इन्हें डर है कि कहीं इनकी मेहनत बेकार न चली जाए। कहीं फिर से इस बार चायनीज झालरों और दीयों के सामने मिट्टी के दीयों की बलि न चढ़ जाए। हालांकि प्रधानमंत्री की मिट्टी के दीपक खरीदने की अपील ने इन्हें थोड़ी राहत जरूर दी, लेकिन कहीं न कहीं रोजी रोटी की चिंता बरकरार है। पत्रिका के साथ इन कुम्हारों ने अपना दर्द साझा किया।

वृन्दावन के कुम्हारपाड़ा मोहल्ला के अधिकांश परिवार दीपावली के त्योहार में कमाई की उम्मीद के साथ मिट्टी के दीपक बनाने का काम तेजी से कर रहे हैं। सामान्य दीपक से लेकर तमाम तरह के डिजाइनें बना रहे ये कुंभकार पूरे मनोयोग से इस काम में जुटे हुए हैं। पहले मिट्टी लाना, फिर उसे कूटना, छानना, पानी में गलाना और उसके बाद चाक पर रखकर मिट्टी के दीए बनाना।
खदान आवंटन की मांग
कई पीढ़ी से दीपक बना रहे धांधूराम प्रजापति इस बारें में कहते हैं कि पहले मिट्टी फ्री मिलती थी, लेकिन अब खरीदनी पड़ रही है। मायावती सरकार में पट्टे हुए थे, मगर अब उनमें मिट्टी नहीं है। सामान्यत: मिट्टी खरीदकर दीए बनाने से कोई विशेष मुनाफा नहीं हो पाता। केवल त्योहारों पर ही मुनाफे की उम्मीद होती है। उस पर भी प्लास्टिक की चीजों और सामान ने ग्रहण लगा दिया है। उनका कहना है कि प्लास्टिक के चलन ने उनके पारम्परिक रोजगार को खत्म कर दिया है। सरकार से मांग करते हुए धांधूराम कहते हैं कि मिट्टी के लिए उन्हें खदान आवंटित करायी जाए।
प्लास्टिक पर रोक लगे तो बिकेंगे दिये
वहीं नवलकिशोर कुम्भकार ने बताया का कहना है कि इतने साल इस काम में देने के बाद हमारे पास कुछ और करने का विकल्प नहीं रहता। दीपक बनाने के लिए मिट्टी को खोदकर बहुत दूर से लाना पड़ता है। इसके बाद तैयार दीपक को पकाने के लिए लकड़ी की लागत भी काफी बढ़ गई। वहीं चाइनीज और प्लास्टिक के आइटम ने हमारी बिक्री में सेंध लगा दी है। सरकार इन पर रोक लगाए तब हमारा सामान बिकेगा।
प्रधानमंत्री की अपील मानने की गुजारिश
इन सभी कुंभकारों की गुजारिश है कि प्रधानमंत्री की अपील को ध्यान में रखें और इस साल दीपों का त्योहार मिट्टी के दीपक जलाकर ही मनाएं। ताकि वे भी अपनी रोजी रोटी चलाकर त्योहार को मना सकें।
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