हेमा मालिनी की जीत पर ऊर्जामत्री श्रीकांत शर्मा ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के काम पर विश्वास करते हुए देश की जनता ने जातिवाद की राजनीति करने वालों को करारा जवाब दिया है। देश में अब जातिवाद नहीं राष्ट्रवाद और विकास की जीत हुई है।
बता दें कि 2014 लोकसभा चुनाव में पहली बार सिने अभिनेत्री हेमा मालिनी भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ी थीं। उन्हें 574666 वोट मिले थे और उन्होंने कांग्रेस-रालोद गठबंधन प्रत्याशी, मथुरा से सांसद और रालोद युवराज जयंत चौधरी को 330743 वोटों से हराया था। हेमा मालिनी 2014 में पहली बार मथुरा लोकसभा सीट से महिला सांसद चुनी गई थी और एक बार फिर उन्होंने अपनी जीत को दोहराया है। हेमा को 667342 वोट मिले , जबकि कुँवर नरेंद्र सिंह को 377319 वोट मिले वही कांग्रेस प्रत्याशी महेश पाठक ने 27970 हासिल किए और महेश पाठक अपनी जमानत जप्त होने से नही बचा पाए। हालांकि हेमा के पिछले कार्यकाल से ब्रजवासी ज्यादा खुश नहीं थे और खुद सांसद हेमा को भी इस बात का शायद पहले से आभास था और उन्होंने योगी की जनसभा के दौरान मंच से मथुरा से खुद के आखिरी बार चुनाव लड़ने का एलान करने के साथ ही यह तक कह दिया था कि पिछले 5 सालों में उतना काम नहीं हो पाया जितना होना चाहिए था लेकिन चुनावी माहौल बनने के साथ जैसे-जैसे उन्होंने देश की सुरक्षा, राष्ट्रवाद और पीएम मोदी को दोबारा पीएम बनाने की अपील अपने चुनावी कैम्पेन में की तो लोगों का रुझान मोदी की ओर होने लगा था वहीं गठबंधन प्रत्याशी लोकल मुद्दों को उठाते रहे लेकिन अंतिम दौर में वोटरों का राष्ट्रवाद की ओर झुकाव इस सीट पर भाजपा प्रत्याशी के लिए मुफीद साबित हुआ। पीएम मोदी को एक बार फिर से पीएम बनाने के लिए वोटर्स ने भाजपा प्रत्याशी हेमा मालिनी के लिए बम्पर वोटिंग की और उन्हें एक बार फिर अपना सांसद चुन लिया है।