अपने ही अंधकार में डूबी लाइट जिलेभर में सांसद हेमा के द्वारा गली नुक्कड़ और चौराहे को प्रकाश देने के लिए स्ट्रीट लाइटें लगवाई गई थीं लेकिन यह स्ट्रीट लाइटें शोपीस बनकर रह गई हैं। नगर निगम हो या नगर पंचायत सांसद निधि से लगी हुई लाइटें बंद पड़ी हैं।
महावन थाना क्षेत्र अंतर्गत पड़ने वाले ब्रह्मांड घाट पर भी सांसद निधि से स्ट्रीट लाइट लगवाई गईं लेकिन यहां भी प्रकाश फैलाने की वजह यह अंधकार में डूबी हुई हैं। ब्रह्मांड घाट मंदिर के संत बाबूलाल दास महाराज ने बताया कि सांसद निधि के द्वारा लाइट को लगवाया गया है और जिस दिन से यह लगी हैं उस दिन से यहां जली ही नहीं। कई बार शिकायत करने के बाद भी न तो इसकी स्थिति देखने आया और न ही इसकी तरफ कोई ध्यान दे रहा है। ऐसी लाइट लगने से क्या फायदा जो प्रकाश देने की वजह अपने ही अंधकार में डूबी हुई हैं।
चोरी हुई बैटरी का आज तक पता नहीं स्ट्रीट लाइटों का यह हाल केवल महावन में ही नहीं है बल्कि नगर निगम में आने वाले गांव महोली, मासूम नगर, सलेमपुर के अलावा और भी अन्य ऐसे गांव हैं जिनमें सांसद निधि के द्वारा लगवाई गई स्ट्रीट लाइट सफेद हाथी बन कर रह गई हैं। किसी की बैटरी चोरी हो गई है तो किसी की एलईडी को महीनों बीत गए हैं खराब हुए और बदली नहीं गई है। जिन स्ट्रीट लाइटों में से बैटरी चोरी हुई उसका आज तक पता नहीं। स्ट्रीट लाइट में से चोरी हुई बैटरी के बारे में जो वार्ड नंबर 37 के पार्षद श्रीपाल बघेल से बात की तो उन्होंने रटा रटाया जवाब दिया जांच के बाद कार्रवाई कराई जाएगी।