डीसीबी के चेयरमैन डीपीएस राठौर और भाजपा नेता अजीत सिंह ने स्वामी चिन्मयानन्द से सवा करोड़ रुपए की मांग की थी। चिन्मयानन्द ने विशेष जांच दल (एसआईटी) को इस बारे में पूछताछ के दौरान बताया भी था कि ये दोनों अंतिम समय तक वीडियो के बदले रुपए देने का दबाव बना रहे थे।एसआईटी ने डीसीबी चेयरमैन डीपी सिंह व अजीत सिंह को भी आरोपी बनाया है। इनको आईपीसी की धारा 385 , 201 व 506 का आरोपी बनाया गया है।
कोर्ट से समन जारी होने के बाद अगर दोनों नेता समन रिसीव करते हैं तो उन्हें मुख्य न्यायायिक मजिस्ट्रेट (सीजेएम) कोर्ट में पेश होना होगा। ऐसे में माना जा रहा है कि इनकी पेशी भी ब्लैकमेलिंग के अन्य आरोपित लॉ की छात्रा, संजय सिंह, विक्रम और सचिन के साथ 19 नवंबर को हो सकती है।