बतादें कि सरायलखंसी थाना इलाके पड़ुआ गोदाम के रहने वाले आरटीआई के कार्यकर्ता बालगोविंद सिंह कागज की बारिकियों में माहिर माने जाते थे। वो काफी समय से जनसूचना के अधिकार को लेकर काम किया करते थे। जिससे कई मामलोंस का खुलासा हो सका था। दो साल पहले उन्होने अपने ही गांव के प्रधान के भाई की नौकरी को लेकर एक सूचना मांगी। नौकरी जाने का खतरा देखते ही प्रधान ने शातिर बदमाश लालू को आरटीआई के कार्यकर्ता बालगोविंद सिंह को हत्या की सुपारी दी।
जनवरी 2019 को बाल गोविंद आरटीआई कार्यकर्ता बालगोविंद सिंह के घर में ही घुसकर गोली मारकर हत्या किया और फरार हो गया। पांच महीने के बाद भी लालू पुलिस की गिरफ्त में नहीं आया तो बुधवार को उसके ऊपर 25 हजार का इनाम घोषित किया। वहीं एक और बदमाश हरिकेश पर भी 25 हजार का इनाम घोषित किया। हरिकेश यादव रानीपुर थाना क्षेत्र के गवली पलिया गाव का रहने वाला है । इसके खिलाफ भी कई मामले में मुकदमा दर्ज है जो फरारी काट रहा है।