घोसी लोकसभा सीट पर दलित-मुस्लिम और यादव गठजोड़ से जो समीकरण बन रहा है उससे सपा बसपा दोनों गदगद हैं और भाजपा चिंतित। इस सीट पर शुरू से ही मऊ सदर से लगातार विधायक मुख्तार अंसारी या उनके बेटे अब्बास अंसारी के बसपा के टिकट पर चुनाव लड़ने की चर्चा रही। अब्बास अंसारी के 2017 विधान सभा चुनाव में घोसी विधानसभा में दूसरे नंबर पर रहने और कम वोटों से हारने के बाद तो उनका टिकट मुख्तार से भी ज़्यादा पक्का माना जा रहा था।
खुद अंसारी परिवार भी यही मानकर चल रहा था। गठबंधन के बाद समर्थकों ने जिताने की अपील भी शुरू कर दी थी। पर अब मायावती ने अंसारी परिवार को बड़ा झटका दिया है। मायावती ने घोसी लोकसभा का प्रभारी बसपा नेता और ज़मनिया विधानसभा प्रत्याशी अतुल राय को घोसी लोकसभा का प्रभारी बना दिया है और बसपा में प्रभारी ही प्रत्याशी होता है यह पुराना रिकार्ड रहा है। अतुल राय ने घोसी आना जाना भी शुरू कर दिया है। अब देखना यह है कि बसपा अंसारी समर्थकों को संतुष्ट कर अतुल राय के नाम पर कैसे राज़ी कर पाती है।
By Vijay Mishra