बता दें कि यह सीट पिछले दिनों विधायक फागू चैहान को राज्यपाल बनाने के बाद खाली हुई थी। यहां 04 लाख, 23 हजार, 952 मतदाता हैं जिसमें दो लाख दो हजार 854 पुरुष तथा एक लाख 95 हजार 094 महिला और चार अन्य (थर्ड जेंडर) मतदाता है। यहां 11 प्रत्याशी अपनी किस्मत आजमा रहे है। बसपा ने अब्दुल कयुम, कांग्रेस ने राजमंगल यादव, कम्युनिस्ट पार्टी ने शेख हिसामुद्दीन, जनक्रांती पार्टी ने जितेंद्र सिंह-चैहान, परिवर्तन समाज पार्टी ने दिलीप कुमार वर्मा, सुभासपा ने नेबू लाल, पीस पार्टी ने फौजेल अहमद, बहुजन मुक्ति पार्टी ने शरदचंद को मैदान में उतारा है। जबकि बीजेपी ने अपने आम कार्यकर्ता विजय कुमार राजभर पर दाव खेला है।
बूथों पर लंबी कतारे लगी हुई है। जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य ने कोपागंज स्थित बूथ का निरीक्षण किया और शांतिपूर्ण मतदान की अपील की। मतदान केंद्र दादनपुर में कई बार ईवीएम खराब हो गयी। इसपर सपा समर्थित प्रत्याशी सुधाकर सिंह ने पीठासीन अधिकारी से नाराजगी जतायी। इससे करीब डेढ़ घंटे मतदान प्रभावित हुआ।
बहरहाल अब ईवीएम ठीक हो गयी है। सुधाकर सिंह ने ईवीएम बनने के तत्काल बाद मतदान किया है। इस दौरान उन्होंने अपनी जीत का दावा किया। उन्होंने कहा कि वे आठ बार चुनाव लड़ चुके है जिसमें दो बार वे जनता के आर्शीवाद से विधानसभा पहुंचे है। इस बार भी जनता का समर्थन उनके साथ है उनकी जीत पक्की है। बस सत्ता के दबाव में प्रशासन कुछ गड़बड़ी न करे तो। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रशासन शुरू से ही दबाव बना रहा है लेकिन उन्हें पूरा भरोसा है कि मतदाता उन्हें ही जीत दिलाएगे।