वायरल वीडियो में जेल में चल रहे खेल और भ्रष्टाचार की पूरी पोल खुलती दिख रही है। सात मिनट के करीब 10 वीडियो में हर वो काम होता दिख रहा है, जो जेल में प्रतिबंधित है। वीडियो में कैदी खुद बताता दिख रहा है कि जेल में हेरोइन, गांजा, शराब, मुर्गा, मीट सबकुछ आसानी से मिल रहा है। कैदी उसका पूरा मजा ले रहे हैं। जेलर जेल के कैदियों को उनका मनपसंद भोजन उपलब्ध करा रहे हैं। जो वीडियो वायरल हए हैं उन्हें देखकर ऐसा लग रहा है जैसे किसी पिकनिक के वीडियो हों। दावा किया जा रहा है कि वीडियो किसी कैदी ने बनाया है। ऐसे में साफ है कि जेल में मोबाइल का इस्तेमाल भी आसान होगा।
वायरल वीडियो में कथित तौर पर इन सबके लिये जेलर लाल रत्नाकर सिंह और जेल अधीक्षक अभिनास सिंह को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है। दावा किया जा रहा है कि इन्हीं दोनों की शह पर जेल में हेरोइन और गांजे का कारोबार चल रहा है। पैसा हो तो जेल में सारी सुविधाएं मुहैया करायी जा रही हैं। वीडियो में दावा किया गया है कि जेल के अहाता नंबर 2 स्थित बैरक नंबर 4 और सात के कैदियों को एक हजार रुपये प्रतिमाह में हीटर और मोबाइल चलाने की सुविधा मुहैया करायी जाती है। नाश्ते का रेट 20 रुपये है। कैदी कैंटीन की सुविधा ले सकें, इसीलिये जेल का खाना खराब बनाया जाता है, वीडियो में ऐसा दावा किया गया है।
इस मामले में मऊ के एसपी अनुराग आर्या ने बताया कि वीडियो को संज्ञान में लेकर जांच पड़ताल शुरू कर दी गयी है। एसपी के मुताबिक वीडियो की सत्यता पर सवाल खड़ा किया गया है। उन्होंने कहा है कि यह वीडियो मऊ जेल का है या नहीं यह जांच का विषय है। अगर मऊ का ही है तो कितना पुराना है। किस कैदी ने बनाया और कैसे बाहर वायरल कराया गया। कौन लोग इसे सोशल मीडिया पर वायरल कर रहे हैं।
By Vijay Mishra