मधुबन तहसील क्षेत्र के गजियापुर गांव के नजदीक गजियापुर तिघरा गांव को जोड़ने वाला रिंग बंधा क्षेत्र के लिये बेहद महत्वपूर्ण है। सिंचाई विभाग के इस बंधे पर ही बाढ़ से इलाके के गांवों की सुरक्षा होती है। बांध टूटते ही तीनों गांवों में बाढ़ का पानी प्रवेश करने लगा, जिससे अफरा-तफरी मच गई। सूचना मिलते ही प्रशासन की ओर से तत्काल अलर्ट जारी कर राहत और बचाव कार्य में प्रशासनिक अमले को लगा दिया गया। लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया जा रहा है। इन लोगों के लिये दुबारी के इंटर काॅलेज में एक आश्रय स्थल बनाया गया है।
गौरतलब हो कि इसके पहले अधिकारियों की लापरवाही से कई दिनों से रिसने के बाद आजमगढ़ में घाघरा नदी के बरदहुआ नाले के दोनों ओर बना बांध टूट गया था। पानी के तेज बहाव में यह रिंग बंधा कुछ ही देर में 25 मीटर तक कट गया। इसके चलते दर्जनों गांव में बाढ़ का पानी घुस गया। बताते चलें कि उत्तर प्रदेश में कई नदियां उफान पर चल रही हैं। यूपी में 16 जिले बाढ़ से प्रभावित हैं। घाघरा, राप्ती और शारदा आदि नदियां खतरे के निशान से पर बज रही हैं। राहत आयुक्त संजय गोयल ने मीडिया को बताया है कि 16 जिलों के 536 गांव बाढ़ से प्रभावित हैं। राहत और बचाव कार्य युद्घ स्तर पर चल रहा है। प्रभावितों को बाढ़ शरणालयों में पनाह दी गई है। राशन किट और अनाज के पैकेट बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में बांटे जा रहे हैं।