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Meerut: दबंगों के खौफ चलते पीड़ित महिलाओं ने परिवार समेत किया पलायन एसपी ईओडब्ल्यू राम सुरेश यादव का कहना है कि अभी यह छापेमारी लगातार जारी रहेगी। सोमवार को भी टीम ने एक साथ मुजफ्फरनगर से 50, गाजियाबाद से 72, हापुड़ से 22, मेरठ से 21 और बागपत से कुल 13 बाइक बरामद की थीं। बता दें कि 1500 करोड़ रुपये से अधिक के इस बाइक बोट घोटाले की जांच अब सीबीआई के हाथ में है। बाइक बोट घोटाले की जांच में कई बड़े चेहरे बेनकाब होंगे।
बता दें कि 1998 में काशीपुर से कैमिकल इंजीनिरिंग में डिप्लोमा कर चुके संजय ने जनवरी 2010 में गर्वित इनोवेटिव प्रमोटर्स लिमिटेड कंपनी खोली थी। वर्ष 2017 में बाइक बोट के नाम से स्कीम शुरू की। इसमें एक बाइक पर 62100 रुपये निवेश करने पर एक साल में 1 लाख 17 हजार 180 रुपये मासिक किस्तों में लौटाए जाने की योजना थी। बाइक बोट स्कीम लांच होने के कुछ ही दिनों में यूपी के अलग-अलग जिलों से होती हुई राजस्थान, गुडग़ांव, रोहतक, पानीपत, पंजाब, मध्य प्रदेश, इंदौर, महाराष्ट्र और उत्तराखंड तक फैल गई। इस कंपनी में 2 लाख 25 हजार से अधिक निवेशक फंसे हुए हैं। अब तक 1500 करोड़ रुपये से अधिक का फ्रॉड सामने आ चुका है।