scriptबाइक बोट घोटाला : ईओडब्ल्यू की छापेमारी में 45 बाइक और बरामद, कई बड़े चेहरे होंगे बेनकाब | 45 bikes recovered in EOW raid in case of bike boat scam | Patrika News

बाइक बोट घोटाला : ईओडब्ल्यू की छापेमारी में 45 बाइक और बरामद, कई बड़े चेहरे होंगे बेनकाब

locationमेरठPublished: Jun 12, 2020 11:37:10 am

Submitted by:

lokesh verma

Highlights- 1500 करोड के घोटाले में रोज हो रहे नए खुलासे
– मेरठ में दो स्थानों पर छापेमारी
– ईओडब्ल्यू की मेरठ टीम की कार्रवाई जारी

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मेरठ. नोएडा में हुए बाइक बोट घोटाले में दिन-ब-दिन नए खुलासे हो रहे हैं। गुरुवार को ईओडब्लू यानी आर्थिक अपराध शाखा की टीम ने रूड़की रोड स्थित छठी वाहिनी पीएसी और कंकरखेड़ा क्षेत्र में छापेमारी कर 45 बाइक बरामद की हैं। उससे पहले सोमवार को हुई कार्रवाई में पांच जिलों से 178 बाइक बरामद हुई थीं। ये सभी बाइक गर्वित इनोवेटिव प्रमोटर्स के नाम पर रजिस्टर्ड हैं। ईओडब्ल्यू की मेरठ टीम ने गुरुवार को कंकरखेड़ा के नंगलाताशी में सन्नी पुत्र सतेंद्र के घर पर छापा मारा। वहां से टीम ने 24 बाइक बरामद कीं। सन्नी भी इसी कंपनी के लिए काम करता था। इसके बाद टीम टीम छठी वाहिनी पीएसी के समीप इंद्रप्रस्थ कालोनी में पहुंची। यहां पर बाइक बोट के संचालनकर्ता करुनेश शर्मा के घर पर छापा मारा गया। टीम ने यहां से भी कंपनी के नाम रजिस्टर्ड 21 बाइक बरामद की। इस कार्रवाई में दो स्थानों पर छापेमारी कर 45 बाइक बरामद की गई हैं।
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एसपी ईओडब्ल्यू राम सुरेश यादव का कहना है कि अभी यह छापेमारी लगातार जारी रहेगी। सोमवार को भी टीम ने एक साथ मुजफ्फरनगर से 50, गाजियाबाद से 72, हापुड़ से 22, मेरठ से 21 और बागपत से कुल 13 बाइक बरामद की थीं। बता दें कि 1500 करोड़ रुपये से अधिक के इस बाइक बोट घोटाले की जांच अब सीबीआई के हाथ में है। बाइक बोट घोटाले की जांच में कई बड़े चेहरे बेनकाब होंगे।
बता दें कि 1998 में काशीपुर से कैमिकल इंजीनिरिंग में डिप्लोमा कर चुके संजय ने जनवरी 2010 में गर्वित इनोवेटिव प्रमोटर्स लिमिटेड कंपनी खोली थी। वर्ष 2017 में बाइक बोट के नाम से स्कीम शुरू की। इसमें एक बाइक पर 62100 रुपये निवेश करने पर एक साल में 1 लाख 17 हजार 180 रुपये मासिक किस्तों में लौटाए जाने की योजना थी। बाइक बोट स्कीम लांच होने के कुछ ही दिनों में यूपी के अलग-अलग जिलों से होती हुई राजस्थान, गुडग़ांव, रोहतक, पानीपत, पंजाब, मध्य प्रदेश, इंदौर, महाराष्ट्र और उत्तराखंड तक फैल गई। इस कंपनी में 2 लाख 25 हजार से अधिक निवेशक फंसे हुए हैं। अब तक 1500 करोड़ रुपये से अधिक का फ्रॉड सामने आ चुका है।
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