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यूपी के इस गांव के बारे में सुनकर उड़ जाएंगे होश, यहां अवैध हथियार ही नहीं बनते, इन्हें चलाने की ट्रेनिंग भी दी जाती है! ऐसी ही एक योजना है साइकिल ट्रैक योजना। साइकिल ट्रैक योजना को पूर्व समाजवादी पार्टी की सरकार में मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने चलाया था। इस योजना के तहत प्रदेश के सभी जिलों में साइकिल ट्रैक बनाए गए थे। जिन जिलों में जगह भी नहीं थी वहां पर भी साइकिल ट्रैक बनाए गए। ये साइकिल ट्रैक पांच किमी के दायरे में बनाये गए थे। लखनऊ, कानपुर, इटावा, आगरा, इलाहाबार, बनारस, मुरादाबाद और मेरठ सहित सभी जिलों में साइकिल ट्रैक बनाए गए। इनको बनाने में करोड़ों रूपये पानी की तरह बर्बाद किए गए थे, लेकिन जब वर्ष 2017 में सत्ता परिवर्तन हुआ और सूबे में भाजपा की सरकार आई तो साइकिल ट्रैक बदहाल होने लगे।
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वन विभाग चीतल या गीदड़ होने का दावा करता रहा, ग्रामीणों के सामने आया तेंदुआ तो सबके उड़ गए होश आज मेरठ में भी जो साइकिल ट्रैक बनाए गए हैं, वे बुरी हालत में हैं। मेरठ में मंगल पांडे से लेकर विक्टोरिया पार्क तक बने इस ट्रैक पर जानवरों और लोगों का कब्जा हो चुका है। अखिलेश के साइकिल ट्रैक पर लोगों ने अपना सामान रख दिया है। अखिलेश यादव के राज में बने इस ट्रैक से अखिलेश की साइकिल उतर गई है।