भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत कंकरखेड़ा के जिटौली गांव के पास कार्यकर्ता बैठक में पहुंचे थे। बातचीत के दौरान राकेश टिकैत ने कहा कि किसान आंदोलन के दौरान जो भी संगठन से जुड़े लोग जेलों में गए थे, अथवा उनकी मृत्यु हो गई थी। ऐसे कार्यकर्ताओं के घर-घर जाकर उनके परिजनों को सम्मानित करने का जल्द कार्यक्रम शुरू किए जाएंगे। राकेश टिकैत ने कहा कि अग्निपथ भर्ती के हम पक्ष में हैं। रोजगार मिलेगा तो बेरोजगारी कम होगी। चार साल बाद रिटायर्ड होने पर थोड़ा दर्द जरूर होगा।
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राकेश टिकैत ने कहा कि बढ़ते बिजली के दाम, फसलों के आधे दाम और गन्ना भुगतान समय पर नहीं होना समेत विभिन्न मांगों को लेकर जल्द कमिश्नरी पार्क में आंदोलन किया जाएगा। सरकार किसानों की आवाज दबाने का काम कर रही है। मगर, किसान गुलाम नहीं बनेगा।