दो-तीन बार हो चुकी है समीक्षा बैठक मतदान के बाद अब तक दो-तीन बार हो चुकी समीक्षा बैठक में इस बात पर चिंता जतार्इ गर्इ कि परिणाम चाहे जैसा रहे। इसके बावजूद पार्टी के खिलाफ काम करने वाले बाहर होने चाहिए, क्योंकि इससे आने वाले चुनाव पर बुरा असर पड़ सकता है। हार्इकमान को जो रिपोेर्ट भेजी गर्इ है, उसमें इन पर पार्टी उम्मीदवार के साथ काम करने की बजाय अन्य पार्टियों के उम्मीदवारों के लिए काम करने के आरोप लगाए गए हैं।
समीक्षा बैठक में विरोध
निकाय चुनाव के प्रथम चरण के 22 नवंबर को हुए मतदान के बाद कांग्रेसियों की समीक्षा बैठक हुर्इ। इसमें मेयर उम्मीदवार ममता सूद व पार्षद उम्मीदवार भी शामिल हुए। बैठक में इस बात पर गंभीरता से विचार हुआ कि जिन नेताआें आैर कार्यकर्ताआें ने पार्टी के उम्मीदवारों के लिए नहीं बल्कि दूसरे उम्मीदवारों के लिए काम किया, उनके खिलाफ क्या कार्रवार्इ हो। इस पर बैठक में शोर-शराबा शुरू हो गया। कांग्रेस के वरिष्ठ स्थानीय नेताआें ने कहा कि एेसे लोगों को बाहर किया जाना चाहिए, जो पार्टी को नुकसान पहुंचाने का काम कर रहे हैं। बैठक में संगठन केे पदाधिकारियों ने एेसे 65 कार्यकर्ताआें के नाम गिनाए।
इन लोगों ने तैयार की लिस्ट साथ ही उन्होंने मेयर आैर पार्षद उम्मीदवारों से अपने-अपने यहां एेसे कार्यकर्ताआें की लिस्ट मांगी है, जिससे इनके निष्कासन की संस्तुति की जा सके। लिस्ट बनाने का काम पूर्व विधायक पंडित जयनारायण शर्मा, दामोदर शर्मा, जिलाध्यक्ष विनोद मोघा, शहर अध्यक्ष कृष्ण कुमार शर्मा किशनी, हरिकिशन वर्मा, सविता सोमानी, दिनेश मोहन शर्मा, संजय गोयल, सलीम खान आदि की देखरेख में हुआ। पूर्व विधायक जयनारायण शर्मा का कहना है कि अपनी ही पार्टी के लोगों को भितरघात के आरोप लगे हैं, लिस्ट तैयार हो गर्इ है, जांच के बाद इन पर निर्णय लिया जाएगा।