उन्होंने बताया कि साइबर ठग सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर फेक पेज बनाकर उस पर पब्जी, फ्री फाँयर व अन्य ऑनलाइन लोकप्रिय गेम, गेम के टूल व बैटल गन बेचने का विज्ञापन डालते हैं। बच्चे पेज पर विज्ञापन देखकर उससे संपर्क करते है। वे पहले खाते में रकम मांगते हैं और बाद में बच्चों से उनके पैरेंट्स के क्रेडिट कार्ड व डेबिट कार्ड का नंबर और फिर मोबाइल पर आए OTP को पूछकर ऑनलाइन खरीदारी कर लेते हैं । ऐसे में क्रेडिट कार्ड व डेबिट कार्ड का नंबर किसी भी आनलाइन गेम मे सेव न करने व OTP शेयर न करने व साथ ही साथ सजग व जागरूक रहने की जरुरत है ।
यह भी पढ़े : Kanwar Yatra 2022 : सपा लगाती थी डीजे पर प्रतिबंध, भाजपा सरकार में हेलीकाप्टर से बरसते हैं फूल — स्वतंत्र देव सिंह एसएसपी ने कहा कि ऑनलाइन गेम्स के जरिए कई प्रकार से ठगी की जाती है। ऑनलाइन गेम में जब बच्चे स्क्वाड में खेलते हैं तो इन्हें फॉलो करने वाला स्टॉकर इनकी साइकोलॉजी से खेलता है। इन्हें लालच देकर पेरेंट्स के अकाउंट से पैसा निकलवा लेते हैं और मना करने पर धमकी देते हैं । खाते से पैसे कटते ही बच्चे ट्रांजेक्शन डिटेल वाले मैसेज डिलीट कर देते हैं ताकि इसकी जानकारी पेरेंट्स को ना पता चले । बैंक पासबुक प्रिन्ट कराने पर अभिभावकों को खाते से रकम कटने की जानकारी मिलती है । उन्होंने बच्चों के साथ-साथ अभिभावकों को भी सतर्कता बरतने की अपील की है ।