बता दे कि मेरठ की 7 विधानसभा मेरठ शहर, दक्षिण, कैंट, सिवालखास, हस्तिनापुर, सरधना, किठौर विधानसभाओं में जिले के 479 गांव आते हैं। इनमें मेरठ शहर और मेरठ कैंट के इलाके ग्रामीण बाहुल्य नहीं हैं। जबकि अन्य 5 विधानसभाओं का क्षेत्र ग्रामीण बाहुल्य है। इन 479 गांवों में 103 गांव संवेदनशील माने गए हैं। इन गांवों को पुलिस और प्रशासन द्वारा चिन्हित किया गया है। स्थानीय खुफिया रिपोर्ट के अनुसार इन गांवों में आए दिन छोटी-छोटी बात पर झगड़ा हो सकता है।
कुख्यात उधम सिंह का करनावल गांव और योगेश का भदौड़ा गांव भी संवेदनशील सूची में शामिल है। पुलिस सूत्रों ने बताया कि सरधना, किठौर, सिवालखास और हस्तिनापुर विधानसभा सीट पर पुलिस का ज्यादा फोकस रहेगा। जिन-जिन गांव में शातिर अपराधी रहते हैं। वहां पुलिस की नजर रहेगी।
हिंसा कराने वालों पर सख्त कार्रवाई
एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने बताया कि उन्माद और हिंसा फैलाने वालों को सख्त हिदायत दी है कि चुनाव में हिंसा या उन्माद करने या कराने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। ऐसे 550 लोगों को चिह्नित किया गया है, जो पूर्व में हिंसा में शामिल रहे हैं। इन लोगों पर भी नजर रखी जाएगी।