गाजियाबाद में स्कूलों के खिलाफ अनिश्चितकालीन धरने पर बैठेंगे अभिभावक
गंगा एक्सप्रेस-वे का एलाइनमेंट बदले जाने के बाद से जो भाजपा विधायक चुप्पी साधे हुए थे किसानों के रूख को देखते हुए अब वे भी इसमें भ्रष्टाचार की बात कहने लगे हैं। मजे की बात कि एलाइनमेंट बदलने की प्रक्रिया चलती रही और भाजपा जनप्रतिनिधि नींद में रहे लेकिन जब किसानों ने विरोध किया और मामले में विरोधी पार्टी सपा भी किसानों के लिए खड़ी हुई तो जनप्रतिनिधि नींद से जाग गए हैं। सपा नेता अतुल प्रधान ने फेसबुक पर किसानों और सांसद के बीच हुई वार्ता की वीडियो अपलोड कर सवाल खड़े कर दिए। उन्होंने अपने फेसबुक पेज पर किसानों के मान सम्मान को सर्वोपरि बताया है।गत शुक्रवार को किसानों का एक प्रतिनिधिमंडल खरखौदा से गंगा एक्सप्रेस-वे का एलाइनमेंट बदले जाने को लेकर सांसद आवास पर गया था। सांसद राजेंद्र अग्रवाल ने उनसे कहा था कि ये प्रदेश सरकार का मामला है। इसके बाद उनकी किसानों से तीखी बातचीत हुई थी जिसमें उन्होंने किसानों से चुनाव में देख लेने तक की बात कह डाली थी। इस जवाब पर किसान भड़क गए थे जिसके बाद किसानों ने कहा था कि हमने आपको भी प्रतिनिधित्व सौंपा है। आप भी मेरठ और हापुड़ के जनप्रतिनिधि हैं। इस वीडियो को लेकर शनिवार को सोशल मीडिया पर चर्चा चलती रही। सपा नेता इंद्रमुनि त्यागी ने भी अपने फेसबुक अकाउंट पर वीडियो शेयर करते हुए भाजपा सांसद पर टिप्पणी कर दी। इसके बाद ट्विटर पर भी इस वीडियो को शेयर किया गया।
गंगा एक्सप्रेस-वे के प्रस्तावित एलाइनमेंट को हाजीपुर में करने के बाद प्रधान एकजुट हो गए हैं। हाजीपुर में इसके आसपास के प्रधानों की बैठक हापुड़ रोड स्थित भवानी कोल्ड स्टोरेज में हुई। हाजीपुर गांव के प्रधान मोहम्मद शाहिद ने बताया कि प्रस्तावित एलाइनमेंट में हाजीपुर गांव को जोड़कर इस क्षेत्र का विकास होगा। इसके लिए हम मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का धन्यवाद करते हैं। इस एलाइनमेंट को लेकर जो राजनीति शुरू हो रही है यह सब नहीं होनी चाहिए। सरकार को इसके लिए स्वतंत्र छोड़ देना चाहिए। इसके लिए किसी पर भी आरोप लगाना गलत है।
गंगा एक्सप्रेस-वे एलाइन्मेंट बदलने का विवाद के बाद अब किठौर से भाजपा विधायक सत्यवीर त्यागी ने सीएम योगी से इस बारे में शिकायत की है। किठौर विधायक ने सीएम योगी को लिखे पत्र में कहा है कि एलाइनमेंट बदलने की उच्चस्तरीय जांच की जानी चाहिए। किठौर में कई गांवों की जमीनों के बैनामें रोके गए हैं। खूटियां गाड़े जाने के बाद भी एलाइन्मेंट बदल दिया गया जबकि जिन गांव में एलाइमेंट किया गया है वहां पर अभी तक जमीन के बैनामें हो रहे हैं। इस मामले में उन्होंने भ्रष्टाचार होने की बात भी कही है।