मिशन रेस्क्यू ऑपरेशन के राजेंद्र सिंह को सूचना मिली थी एक महिला जो मेरठ की रहने वाली है। वह आसाम और बंगाल की लड़कियों को नौकरी का झांसा देकर खरीद कर लाती है और जबरन उनको वेश्यावृति के धंधे पर लगा दिया करती है। इसकी जानकारी एनजीओ को मिलने पर सदस्य राजेंद्र सिंह ने जनपद के उच्चाधिकारी को संपर्क किया। इसके बाद आसाम निवासी पीड़िता को सकुशल बरामद किय गया पुलिस ने इस मामले में एक महिला एक लड़की को हिरासत लिया है। बता दें कि मेरठ में देह व्यापार का धंधा काफी फल-फूल रहा है। भले ही रेड लाइट एरिया बंद हो गया हो लेकिन महानगर के बाहरी इलाकों में बनी पॉश कालोनियों में यह धंधा चल रहा है। मेरठ में अब भी बाहरी राज्यों से लड़कियों को नौकरी के नाम पर लाया जाता है और उनको देह व्यापार के धंधे में उतार दिया जाता है।
एएचटीयू के प्रभारी बृजेश कुमार ने बताया कि मिशन रेस्क्यू ऑपरेशन एनजीओ के पदाधिकारी राजेंद्र सिंह ने लिसाड़ीगेट क्षेत्र में नाबालिग लड़कियों की खरीद-फरोख्त की सूचना दी थी। इसे बाद पुलिस ने ग्राहक बनकर लकीपुरा निवासी सेक्स रैकेट संचालिका से संपर्क किया। सोमवार की शाम पुलिस ने महिला को नौचंदी थाना क्षेत्र स्थित नई सड़क पर मंदिर के पास मिलने के लिए बुलाय जहां पुलिस ने 15 वर्षीय किशोरी के साथ पहुंची महिला को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ के दौरान महिला ने बताया कि वह किशोरी को 24 हजार रुपए में चार दिन के लिए दिल्ली से खरीद कर लाई थी। पीड़ित किशोरी ने महिला पर खुद से जबरन देह व्यापार कराए जाने का आरोप लगाया। एनजीओ मिशन रेस्क्यू ऑपरेशन के पदाधिकारी राजेंद्र सिंह का कहना है कि महिला पिछले काफी समय से नेपाल, आसाम और बंगाल से नाबालिग किशोरियों की खरीद-फरोख्त कर रही है। एएचटीयू प्रभारी बृजेश कुमार ने बताया कि महिला के खिलाफ ह्यूमन ट्रैफिकिंग और सेक्स रैकेट संचालन का मुकदमा दर्ज किया गया है। किशोरी के बयान मंगलवार को कोर्ट में कराए जाएंगे।