बता दें कि पैगंबर के खिलाफ विवादित टिप्पणी के विरोध के बीच गत 10 जून को जुमे की नमाज के दौरान प्रदेश के कुछ जिलों में हिंसा हुई थी। जिसके बाद से ये हिंसा कई जिलों में फैल गई थी। इसी से सबक लेते हुए शासन ने इस बार जुमे की नमाज शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न होने के लिए संवेदनशील जिलों में खासे सुरक्षा प्रबंध किए थे। ड्रोन जहां आसमान से निगहबानी कर रहा था वहीं शहर में चप्पे—चप्पे पर फोर्स तैनात था। आज शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए सभी स्थानों पर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया था। कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच जिलाधिकारी और एसएसपी प्रभाकर चौधरी संवेदनशील स्थानों पर सुबह से ही कई बार दौरा कर वहां तैनात पुलिस कर्मियों को दिशा निर्देश दे चुके थे। जुमे की नमाज शांतिपूर्ण तरीके से अदा होने के बाद आलाधिकारियों ने राहत की सांस ली है। आज शुक्रवार को नमाज के दौरान मस्जिदों के बाहर पुलिस की पुख्ता व्यवस्था थी। वहीं जुमे की नमाज को लेकर सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर भी पुलिस ने नजर रखी हुई थी। संवेदनशील सैकड़ों सोशल एकाउंट पर पुलिस ने नजर रखी हुई थी। वहीं प्रत्येक थाना क्षेत्र के खुराफातियों पर भी पुलिस की नजर थी। आरएएस और पीएसी के जवान सुबह से ही मुस्तैदी के साथ अपनी डयूटी पर तैनात थे।
12:30 बजे के बाद मस्जिदों में नमाजियों की भीड़ जुटनी शुरू हो गई। तय समय पर सभी मस्जिदोें में नमाज अदा की गई। इसके बाद सभी ने पुलिस प्रशासन का शुक्रिया अदा किया। मस्जिदों में नमाज के बाद मौलवियों ने अपनी तकरीर में कहा कि सभी लोग शांति और धैर्य बनाए रखें। शांतिपूर्ण तरीके से लोग अपने घर जाए कहीं किसी की बातों के बहकावे में ना आए। शहर काजी ने कहा कि मेरठ के साथ ही प्रदेश और देश में अमन और शांति कायम रखना हम सबकी जिम्मेदारी है। अपने शहर के अमन—ओ अमान के लिए हम सभी को हर संभव कोशिश करनी होगी। हमारी कोशिश से ही शहर में अमन और शांति बनी रहेगी।