मौसम का मिजाज बदलने के बाद बढ़ रही हैं बीमारियां मौसम का मिजाज बदलने के साथ ही कई बीमारियां भी पैर पसारने लगी हैं। जिले में इन दिनों अस्पतालों की ओपीडी (OPD) में डेंगू और स्वाइन फ्लू के मरीजों की लंबी-लंबी कतारें लग रही हैं। ऐसे में अब शहर के लोगों ने यज्ञ का सहारा लेते हुए इस बीमारी से निपटने की ठानी है। शहर के त्यागी हॉस्पिटल में पांच दिवसीय चतुर्वेद परायण यज्ञ का आयोजन शुरू हो गया है।
धुएं से नष्ट होंगे कीटाणु यज्ञ के आयोजन सदस्य डॉ. अनिल कुमार ने बताया कि तृतीय चतुर्वेद परायण यज्ञ में शहर के हजारों लोग 11 वेदियों में आहुति देंगे। इसके लिए गाय के शुद्ध घी और विशिष्ट औषधियों से बनी सामग्री का प्रयोग किया जाएगा। इससे निकलने वाले धुएं से वातावरण में फैले विभिन्न प्रकार की बीमारियों के विषाणु और कीटाणु पूरी तरह से नष्ट हो जाएंगे। उन्होंने कहा कि हर वर्ष डेंगू और स्वाइन फ्लू जैसी बीमारियों से निपटने के लिए इस यज्ञ का आयोजन किया जाता है।
कहा- यज्ञ का अपना महत्व है उनका कहना है कि वे किसी मेडिकल साइंस को बेकार नहीं बता रहे हैं, लेकिन यज्ञ का भी अपना अलग ही महत्व है। इसके करने से वातावरण में फैले रोगाणु नष्ट हो जाते हैं। आजकल यज्ञ की परंपरा विलुप्त हो रही है। इस कारण इस प्रकार की बीमारियों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। यदि यज्ञ आदि का प्रयोग किया जाए तो बीमारियों पर काबू पाया जा सकता है।
UP News से जुड़ी Hindi News के अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें Uttar Pradesh
Facebook पर Like करें, Follow करें Twitter पर