मंडलायुक्त सुरेंद्र सिंह ने मेरठ मंडल में कोरोना संक्रमण की स्थिति पर चिंता जताई है। उन्होंने समीक्षा में पाया है कि पिछले 10 दिनों में मंडल के सभी जिलों में कोरोना संक्रमित लोगों की संख्या में लगातार तेजी से बढ़ोतरी हो रही है। उन्होंने कोरोना के सक्रिय केस प्रतिदिन बढ़ने पर चिंता जताई है। विशेषकर गाजियाबाद, गौतमबुद्धनगर और मेरठ की स्थिति को खतरनाक बताया है।
यह भी पढ़े : यूपी में रात्रिकालीन कर्फ्यू समेत अन्य पाबंदियां आज से प्रभावी, असमंजस खत्म स्कूलों में 16 जनवरी तक छुट्टी उन्होंने सभी जिलों के डीएम से कोरोना टेस्टिंग की संख्या लगातार बढ़ाने को कहा है। साथ ही उन्होंने कोरोना मरीजों के कांटेक्ट ट्रेसिंग पर विशेष जोर देने को कहा है ताकि संक्रमण की चेन को तोड़ा जा सके। उन्होंने कहा कि गाजियाबाद, गौतमबुद्धनगर और मेरठ में एक्टिव केस की संख्या लगातार बढ़ रही है, जो चिंता की बात है। उन्होंने इसके लिए नए संक्रमितों के स्वास्थ्य की जांच, परीक्षण कराकर उन्हें आवश्यक उपचार, दवाई, मेडिसिन किट और हॉस्पिटल में एडमिट कराए जाने, चिकित्सकीय उपचार ठीक कराने को कहा है।
बुलन्दशहर, हापुड़ में टीकाकरण की स्थिति खराब
वैक्सीनेशन को लेकर उन्होंने कहा कि हापुड़ और बुलंदशहर में वैक्सीनेशन की स्थिति में सुधार किए जाने की आवश्यकता है। वैक्सीनेशन में खराब प्रदर्शन करने वालों जिलों की सूची में हापुड़ नौवें स्थान पर है। वहीं बुलंदशहर 23वें और मेरठ 31वें स्थान पर है। यह स्थिति संतोषजनक नहीं है।
यह भी पढ़े : कोरोना विस्फोट, तीन शहर बने हॉटस्पॉट, 24 घंटे में मिले 800 मरीज रैपिड टीम को लेकर नाराजगी कमिश्नर ने बुलंदशहर में मात्र 48 रैपिड रिस्पांस टीम(आरआरटी) बनाने पर नाराजगी जताई है। उन्होंने बुलंदशहर, गौतमबुधनगर में अधिक से अधिक संख्या में आरआरटी बनाने को कहा है। साथ ही तत्काल प्रभाव से सभी जिलों में इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर ठीक करने को कहा है। उन्होंने भीड़भाड़ वाले स्थानों, मुख्य बाजारों, बस अड्डे, रेलवे स्टेशन आदि पर साफ-सफाई और सैनिटाइजेशन की विशेष व्यवस्था कराने को कहा है। दूसरे डोज में हापुड़ और बुलंदशहर की स्थिति को भी संतोषजनक नहीं बताया गया।