संबोधन के दौरान पीएम मोदी ने कहा कि जिस पार्टी के नेताओं को जेल भेजने के लिए बहन जी ने अपने जीवन के दो दशक लगा दिए अब उसी से उन्होंने हाथ मिला लिया है। जिस दल के नेता बहन जी को गेस्ट हाउस में ही खत्म कर देना चाहते थे, वह अब उनके साथी बने हुए हैं।
पीएम ने कहा कि यूपी में तो सब कुछ इतनी जल्दी-जल्दी हो रहा है कि पूछिए ही मत। दो लड़कों से बुआ-बबुआ तक पहुंचने में जो तेजी दिखाई गई है, वो गजब है। इन लोगों के लिए सत्ता से बढ़कर कोई नहीं है। ये वही लोग हैं जिन्होंने नारा बना रखा था- यूपी को लूटो बारी-बारी। 2014 में और फिर 2017 में यूपी के लोग इन्हें दिखा चुके हैं कि यूपी को जातियों में बांटने की कोशिश अब सफल नहीं होगी। जब देश बचेगा, तभी तो समाज भी बचेगा। इसलिए इस बार भी यूपी की जनता का फैसला 2014 और 2017 के चुनाव जैसा ही होने वाला है।
उन्होंने कहा कि बोर्ड बदल लेने से दुकान नहीं बदलती। सपा-बसपा के शासन की पहचान, यूपी के लोगों को दिया धोखा, उत्तर प्रदेश के लोग भूले नहीं हैं। इनकी राजनीतिक महत्वाकांक्षाओं के दुष्परिणाम मेरे मेरठ को, हापुड़ को, कैराना को, मुजफ्फरनगर को सहने पड़े हैं। आपको सहने पड़े हैं।