यह भी पढ़ेंः
VIDEO: रेल यात्रियों को अभी उठानी पड़ेंगी मुश्किलें, क्योंकि इस रूट पर नहीं चलेंगी ट्रेनें उनहोंने कहा कि भाजपा सरकार जब से आई है, तब से लगातार दलितों, पिछड़ों और अल्पसंख्यकों का उत्पीड़न हो रहा है। किसानों ने कर्ज के कारण सबसे अधिक आत्महत्या की है। उन्होंने कहा कि पूरा देश आपातकाल के दौर से गुजर रहा है। संविधान की प्रतियां जलाई जा रही हैं। दलित-पिछड़ों के आरक्षण को समाप्त कर दिया गया है। उनके शिक्षा के बजट में 75 प्रतिशत की कटौती कर दी गई है। फर्जी देशभक्ति के नाम पर देश को तबाह कर दिया गया है। महिला असुरक्षित है, नोटबंदी ने देश की अर्थ व्यवस्था को चौपट कर दिया है। महंगाई तीन गुना बढ़ गई है। बेरोजगारी का आलम व्याप्त है। देश के प्रधानमंत्री अपने को चौकीदार कहते हैं। जब पुलवामा में कुंटलों आरडीएक्स आया तो कहां था चौकीदार। उनकी ड्यूटी क्यों फेल हो गई। उन्होंने कहा कि वे सपा, रालोद, बसपा को ‘सराब’ कहते हैं। वे अधिक ज्ञानी और पढ़े लिखे लोग हैं। उन्हें यह भी पता नहीं ‘सराब’ और ‘शराब’ में क्या अंतर है।
यह भी पढ़ेंः
लोग दीवाने हुए मोदी, प्रियंका आैर राहुल के इन कपड़ों के, सबसे ज्यादा पसंद किया जा रहा ये नेता उन्होंने कहा आज ‘शराब’ का मतलब है- शिवसेना, आरएसएस और भाजपा है। ये तीनों मिलकर देश को बर्बाद कर रही हैं। सर्वेश अंबेडकर ने कहा कि ये विचारों के माध्यम से ‘शराब’ का सेवन करा रहे हैं। इन लोगों को यह समझ लेना चाहिए कि उप्र और पूरे देश की जनता जागरूक हो गई है। उन्होंने कहा कि भाजपा ने अपने संकल्प पत्र में जो वादे किए, एक भी पूरा नहीं हुआ। जबसे भाजपा सत्ता में आई है तब से देश में तबाही मची हुई है। न तो किसी के खाते में 15 लाख आए। और न ही दो करोड़ लोगों को रोजगार मिला।