मेरठ

Ramadan 2022 : दो साल बाद मस्जिदों में दिखेगी रौनक रात में पढ़ी जाएगी तरावीह

Ramadan 2022 माह—ए—रमजान में मस्जिदों में पूरे दो साल बाद इस बार रौनक होगी। बता दें कि कोरोना संक्रमण के चलते लगे लॉकडाउन में पिछले दो साल से मस्जिदों में रमजान के दौरान सभी प्रकार के कार्यक्रम प्रतिबंधित थे। लेकिन इस बार कारोना संक्रमण कम हुआ तो मस्जिदों में भी रमजान को लेकर तैयारी शुरू हो चुकी है।

मेरठApr 03, 2022 / 08:38 am

Kamta Tripathi

Ramadan 2022 : दो साल बाद मस्जिदों में दिखेगी रौनक रात में पढ़ी जाएगी तरावीह

Ramadan 2022 इस बार रमजान पर भी पूरे दो साल बाद मस्जिदों में चहल पहल दिखाई देगी। आज से रमजान माह शुरू हो चुके हैं। मस्जिदों में तरावीह पढ़ी जाएगी और रात में दर्स यानी विशेष कक्षाओं का आयोजन होगा। मेरठ महानगर की अधिकांश मस्जिदों में रमजान के दौरान विशेष तरावीह कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। जिसमें रोजा,नमाज,हज, जकात, एतिकाफ, शबे कद्र, सदका खैरात आदि के बारे में विस्तार से बताया जाएगा।
माह-ए-रमजान में आने वाली मुकद्दस दिन जैसे यौमे बद्र, फतह मक्का, हज़रत अली की शहादत के बारे में भी बताया जाएगा। दूसरी ओर हजरत फातिमा,हजरत खदीजा, हजरत इमाम हसन, हजरत आयशा की जिंदगी पर रोशनी डाली जाएगी। दर्स का कार्यक्रम रमजान की पहली तारीख से अंतिम दिन तक जगह—जगह चलाया जाएगा। रमज़ान के पवित्र दिनों में रोज़ा, मानवता की सेवा, ईश्वर की बन्दगी जैसे नेक कार्यों से धैर्य, आत्म अनुशासन, सहनशीलता, सादगी आदि मूल्यों को बढ़ावा मिलता है. योगी ने कहा कि इससे परस्पर प्रेम और भाईचारे की भावना बलवती होती है.
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कारी मो शफीकुर्रहमान ने बताया कि इस्लाम में दीन का इल्म सीखना जरूरी है। जब दीन की बुनियादी बातें समझेंगे तभी तो कुरान को सही ढ़ंग से पढ़ना और समझना जानेंगे। उन्होंने कहा कि इबादत मुसलमानों के लिए फायदामंद साबित होगी। मुफ्ती मोहम्मद कारी ने कहा कि रमजान का महीना रहमतों, बरकतों, और मगफिरत का होता है। रोजे में भूख व प्यास के एहसास साथ ही आस-पास के मुसलमान भाईयों का ध्यान भी रखना चाहिए।

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