यह भी पढ़ें
भारत में कोरोना महामारी के बीच मदद को आगे आई Italy सरकार, 48 घंटे में स्थापित कर दिया Oxygen Plant
शास्त्रीनगर स्थित नरेश अग्रवाल ने बताया कि उन्होंने अपनी दुकान में सैनिटाइजर का घोल रखा हुआ है। ग्राहकों द्वारा दिए जाने वाले रुपये उसमें डलवाए जाते हैं। उसके बाद उसमें से एक चिमटी के माध्यम से निकालकर सुखा लिए जाते हैं। उन्होंने बताया कि ऐसा कोरोना संक्रमण से बचने के लिए किया जा रहा है। नरेश जैसे ऐसे कितने ही दुकानदार हैं जो इस तरह से कर रहे हैं। कुछ तो ग्राहक के हाथ में ही नोटों को सैनिटाइज कर पकड़ रहे हैं। खैरनगर स्थित दवाईयों के थोक दुकानों के व्यापारी भी नोट को हाथों में लेने से परहेज कर रहे हैं। कई व्यापारियों ने तो पिछले 2 महीने से नोट को हाथ में ही नहीं लिया है। यह भी पढ़ें