यह भी पढ़ेंः कैबिनेट मंत्री ने कहा- भाजपा की उपचुनाव में हार के मिथक को इस बार तोड़ दिया, देखें वीडियो मामला मेरठ के थाना बहसूमा क्षेत्र का है। जहां पर बिजली घर पर कार्यरत संविदा कर्मचारी की दुर्घटना में मौत हो गई थी। मेरठ के प्रभारी मंत्री और ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा दौरे पर थे। अतुल प्रधान मृतक बिजली कर्मचारी का शव एक गाड़ी में रखवाकर सर्किट हाउस पहुंच गए। सर्किट हाउस के बाहर तैनात अधिकारियों ने उन्हें रोक लिया। इस दौरान उनकी अधिकारियों से खूब नोक-झोंक भी हुई। सपा नेता अतुल प्रधान का आरोप था कि बिजली के आलाधिकारी मामले का संज्ञान नहीं ले रहे हैं। जबकि मेरठ में ऊर्जा मंत्री भी आए हुए हैं।
यह भी पढ़ेंः रिटायर्ड सीओ से लाखों की ठगी करने के बाद आरोपियों के ‘सुसाइड’ में दब गया था मामला, तीन साल बाद दर्ज हुआ मुकदमा… अतुल प्रधान ने कहा कि कुछ लोगों की संवेदनाएं मर चुकी हैं। उन्हें अपने विभाग के कर्मचारियों के दुख से कुछ लेना देना नहीं है। इस दौरान अतुल प्रधान ने शव सहित सर्किट हाउस के भीतर घुसने की कोशिश की तो पुलिस अधिकारियों ने चेतावनी देकर उनको बाहर ही रोक दिया। एक पुलिस अधिकारी ने उन्हें धमकाते हुए कहा कि ज्यादा राजनीति की तो एक मिनट में सब उतार देंगे। पुलिस और अधिकारियों के तेवर देखकर अतुल प्रधान उल्टे पैर कुछ देर बाद वापस हो लिए। इस बारे में जब एसपी सिटी डा. एएन सिंह से बात की गई तो उनका कहना था कि मामले का संज्ञान नहीं है। ऐसा कोई प्रदर्शन सर्किट हाउस में नहीं हुआ।